भोपाल । मध्यभारत का अग्रणी शैक्षणिक समूह टेक्नोक्रेट्स टीआईटी ग्रुप परंपरागत कौशल आधारित शिक्षा प्रणाली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जहां छात्रों को उद्योग जगत की जरूरत के अनुसार तैयार किया जाता है। ग्रुप अपने स्थापना वर्ष 1999 से ही क्वॉलिटी एजुकेशन और सर्वाधिक प्लेसमेंट के लिए जाना जाता है। टेक्नोक्रेट्स ग्रुप की सफलतम यात्रा में नया अध्याय गुरूवार को जोड़ा गया।
दरअसल, ग्रुप द्वारा हर पल एक नई शुरुआत है, के विचारों से प्रेरणा लेते हुए टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के शुभारंभ के साथ नया माइलस्टोन स्थापित किया गया है। इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि राज्य सभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा, मुख्य अतिथि मप्र शासन के गृह, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा उपस्थित रहे। साथ ही चेयरमैन व संस्थापक रामराज करसोलिया, चेयरपर्सन साधना करसोलिया, मैनेजिंग डायरेक्टर सुरभि करसोलिया, वाइस चेयरमैन सौरभ करसोलिया विशेष तौर पर उपस्थित थे। साथ ही संस्था का मैनेजमेंट, प्रिंसिपल्स, फैकल्टीज, टी एंड पी संचालक, अधिकारीगण और छात्र भी मौजूद रहे।
विवेक तन्खा ने कहा कि नई पीढ़ी की आवश्यकताओं और नए विचारों को मंच प्रदान करने के लिए नए कॉलेजेस खोले जाने की आवश्यकता है। लॉ प्रोफेशन बहुत आत्मनिर्भर है, जहां युवाओं को आगे बढ़ने की अपार संभावनाएं अधिक हैं। यही नहीं, युवा पीढ़ी का रूझान लॉ सेक्टर में बढ़ा है और यह क्षेत्र लगातार बदल रहा है। ऐसे में अच्छे संस्थानों की बेहतद आवश्यकता है। मुझे उम्मीद है कि समूह को इस लॉ इंस्टीट्यूट के माध्यम से एक सुनहरा अवसर मिला है। जैसे समूह ने इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फॉर्मेसी आदि में अच्छे परिणाम और प्लेसमेंट दिए है। वैसे ही लॉ इंस्टीट्यूट में तेजी से आगे बढ़ेगा।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वकील न्याय और समाज के बीच की कड़ी है लिहाजा न्याय के साथ-साथ वकीलों की सामाजिक एवं राजनीतिक भूमिका भी जरूरी है। प्रदेश सरकार ने अनेक ऐसे कार्य किए हैं, जिससे कानून और समाज में निष्पक्षता तथा पारदर्शिता बढ़ रही है। मुझे उम्मीद है कि टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ आने वाले समय में लॉ सेक्टर के प्रोफेशनल्स उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। साथ ही यहां के छात्र न केवल देश में बल्कि विश्व में भी अपनी उपलब्धियों के लिए जाने जाएंगे।
वहीं, रामराज करसोलिया ने बताया कि टेक्नोक्रेट्स ग्रुप मध्य भारत का सबसे पुराना शिक्षण संस्थाओं का समूह है, जिसमें चार इंजीनियरिंग कॉलेज, दो फॉर्मेसी कॉलेज और एक एमबीए कॉलेज है। लगभग 12 लाख
वर्गफीट भवन, 350 स्मार्ट
क्लासरूम, 100 एमबीपीएस
इंटरनेट सुविधा, 2000 छात्रों
को एक साथ ऑनलाइन टेस्ट देने की सुविधा, 2 लाख
12 हजार 512 पुस्तकों
के साथ 7 लाइब्रेरी, लाइब्रेरियों में प्रतिष्ठित ऑनलाइन ई-जनरल्स जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यही नहीं, समूह मध्यभारत में अपने शानदार प्लेसमेंट्स के लिए भी जाना जाता है और देश-विदेश की अग्रणी कंपनियां यहां कैंपस कर रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि कानूनी पेशा युवाओं के बीच बीते कुछ वर्षो में काफी लोकप्रिय हुआ है। चुनौतियों से भरा होने के बावजूद यह पेशा करियर की दृष्टि से एक आकर्षक विकल्प है। कानून से जुड़ी पेचिदगियों और विस्तृत होते समाज के बीच वकीलों की भूमिका बेहद अहम हो गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ का शुभारंभ किया गया है।