भोपाल: प्रदेश में चौथी बार स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव हुआ है। गुरुवार को जबलपुर और सागर समेत 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट रहा। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में हल्की बारिश हुई। भोपाल में सुबह से ही बादल छाए रहे।
48 घंटे इन जिलों पर रहेंगे भारी
मौसम विभाग की मानें तो 27 सितंबर को इंदौर और जबलपुर में बारिश होगी, जबकि 28 सितंबर को उज्जैन, शहडोल और सागर में बारिश होगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि अक्टूबर माह में मध्य प्रदेश से मानसून की विदाई हो जाएगी। गुरुवार को बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, झाबुआ, धार, मऊगंज, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, मंडला और सागर जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।
सर्वाधिक वर्षा मण्डला जिले में हुई
इस मानसून सीजन में भारी बारिश के मामले में जबलपुर सबसे आगे है। सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में हुई है, यहां 58.8 इंच पानी गिर चुका है, जबकि सिवनी में 55.1 इंच, श्योपुर में 51.9 इंच, भोपाल, निवाड़ी और सागर में भी 50 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है। सर्वाधिक वर्षा वाले टॉप-10 जिलों में सीधी, राजगढ़, डिंडोरी, रायसेन और छिंदवाड़ा भी शामिल हैं।
कई जिलों में बाढ़ के बने हालात
मध्य प्रदेश में भारी बारिश से हालात ऐसे बिगड़े कि बाढ़ के हालात बन गए। प्रशासन को स्कूलों की छुट्टी करनी पड़ी। गुना, शिवपुरी, भोपाल से लेकर सिवनी तक में स्कूलों की छुट्टी घोषित करनी पड़ी। सिवनी और शिवपुरी में प्रशासन को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने पड़े।
बांध हो गए ओवरफ्लो
प्रदेश के बांध और तालाब एक बार फिर लबालब हो गए हैं। बुधवार को भी कई बांध और तालाब पानी से भर गए। इस सीजन में तेज बारिश सिस्टम के कारण राज्य कई बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। इनमें बरगी, बाणगंगा, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, तवा, कलियासोत, केरवा, भदभदा जैसे बांध शामिल हैं, जिनके गेट सीजन में लगभग 6 से 10 बार खोले गए हैं।