यूपी में लोकसभा चुनाव के बाद योगी कैबिनेट की पहली बैठक हुई। इसमें नई ट्रांसफर नीति समेत 41 प्रस्तावों पर मुहर लगी है। इसमें से 26 प्रस्ताव जल संसाधन मंत्रालय के हैं। सरकार की यह पहली पेपरलेस कैबिनेट बैठक रही।
सभी मंत्री टैबलेट के साथ पहुंचे। डिप्टी सीएम केशव मौर्य आज भी बैठक में नहीं पहुंचे। 3 दिन पहले भी वो सीएम योगी द्वारा बुलाई गई मंत्रियों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। मौर्य अभी दिल्ली में हैं। कैबिनेट जैसी अहम बैठक में क्यों नहीं शामिल हुए? यह अभी स्पष्ट नहीं है।
30 जून तक होंगे तबादले, पिछले साल के ही नियम
कैबिनेट से मंजूरी के बाद अब राज्य कर्मचारियों के ट्रांसफर शुरू हो जाएंगे। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया कि 30 जून तक ट्रांसफर किए जाएंगे। यानी, ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
ट्रांसफर पॉलिसी के नियमों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, पिछले साल के ही नियम हैं। ऐसे कर्मचारी जो जिले में 3 साल, मंडल में 7 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। उन्हें ट्रांसफर की कैटेगरी में शामिल किया जाएगा।
समूह क और ख के 20% अधिकारियों का तबादला हो सकता है। समूह-ग और घ के 10% कर्मचारियों के ट्रांसफर विभाग अध्यक्ष करेंगे। इससे ज्यादा संख्या में ट्रांसफर के लिए मंत्री की अनुमति अनिवार्य होगी।
ट्रांसफर में पिक एंड चूज की व्यवस्था खत्म
प्रदेश में ट्रांसफर में पिक एंड चूज यानी अपनी पसंद की जगह ट्रांसफर की व्यवस्था खत्म की गई है। पहले उन कर्मचारियों का ट्रांसफर किया जाएगा, जो लंबे समय से एक ही जगह पर तैनात हैं।
कैबिनेट से पास अहम प्रस्ताव...
प्रयागराज में महाकुंभ और भव्य होगा
प्रयागराज में 2025 में होने वाला महाकुंभ और भव्य होगा। मेले का क्षेत्रफल पहले 32 हेक्टेयर था, जिसे बढ़ाकर 40 हेक्टेयर किया जा रहा है। सेक्टर की संख्या भी 20 से बढ़ाकर 25 की जा रही है। घाटों की लंबाई 8 किमी से बढ़ाकर 12 की जाएगी। कल्पवासियों की संख्या भी 25 लाख से बढ़कर 30 लाख होने की उम्मीद है।
4 महीने बाद हुई कैबिनेट बैठक
लोकसभा चुनाव के चलते 4 महीने से योगी कैबिनेट की बैठक नहीं हुई थी। चुनाव अधिसूचना से पहले 5 मार्च को आखिरी बैठक हुई थी।