भोपाल । प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में ऑफलाइन परीक्षा कराने के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्रालय के फैसले का विरोध शुरु हो गया है। छात्रों का कहना है की जब पूरे सेमेस्टर की पढ़ाई एवं क्लासेस ऑनलाइन मोड मे लगाई गई है और बाकी सारे मिड टर्म एग्जाम भी ऑनलाइन ही आयोजित किए गए हैं तो सिर्फ मुख्य परीक्षा ऑफलाइन करवाना कहीं से कहीं तक तर्क संगत नहीं है।
इसको लेके भोपाल एनएसयूआई द्वारा तकनीकी विश्व विद्यालय राजीव गांधी प्रौदुकिकी विश्व विद्यालय में जमकर हंगामा एवं विरोध किया गया । भोपाल एनएसयूआई महासचिव अदित्य सोनी ने बताया कि आरजीपीवी मे पूरे सेमेस्टर मे सभी कक्षा एवम क्लासेस ऑनलाइन आयोजित किए गए तो सिर्फ मुख्य परीक्षा ऑफलाइन आयोजित करना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के समान है ।
एनएसयूआई ने अपनी 5 सूत्रीय मांग को लेकर आरजीपीवी मे हंगामा किया, रजीपीवी के किसी भी जिम्मेदार पद अधिकारी के विश्व विद्यालय मे उपस्थित ना होने पर आरजीपीवी परीक्षा निरंतक के कक्ष के बाहर बैठ नारे बाजी कर धरना दिया गया। बाद में आनन फानन मे अपर कुलसचिव द्वारा एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को आश्वासन देकर वहां धरना खत्म कराया गया एवं एनएसयूआई ने कुलपति के नाम ज्ञापन देके अपनी मांगों पर जल्द कार्यवाही करने की मांग करी है
एनएसयूआइ प्रदेश समन्वयक अक्षय तोमर ने बताया कि छात्रों को पूरे सेमेस्टर माह जून से ऑनलाइन ही पढ़ाई करवाई गई , और कहीं कहीं तो उनका सिलेब्स भी आधा अधुरा पूरा करवाया गया, और परीक्षा के 15 दीन पूर्व सरकार ने आफलाइन एग्जाम का तागलुकी फरमान जारी कर दिया,
जबकी कॉलेजों के हॉस्टल जो पिछले कई माह से कोविड सेंटर हुआ करते थे उनमें सुविधाओ को वापिस सही तरह से स्थापित तक नहीं किया गया है । मालूम हो किउच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्रालय द्वारा सत्र दिसंबर 2021 की परीक्षा ऑफलाइन पेन पेपर मोड मे कराने का आदेश जारी कर दिया गया है, इसको लेके विभिन्न विश्वविद्यालयों एवम कॉलेजों द्वारा समय सारणी भी जारी कर दी गई है।