नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के खिलाफ चले रहे बड़े टीकाकारण अभियान के तहत एक दिन में कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ से अधिक डोज लगाई गई हैं। अभी तक देश में टीके की कुल 127.5 करोड़ से अधिक डोज लोगों को लगाई जा चुकी है। अब एक राहत की खबर यह भी है कि वैक्सीन के लिए पात्र देश की 50 फीसदी वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं।
शनिवार को देश में कोरोना वैक्सीन की 1.03 करोड़ डोज लगाई गई हैं। कुछ राज्यों में कोरोना वैक्सीन की 10 लाख से अधिक डोज लगाई गईं। इनमें बिहार में 15.33 लाख डोज, तमिलनाडु में 14.84 लाख डोज, राजस्थान में 10.8 लाख डोज और उत्तर प्रदेश में 10.24 लाख डोज लगाई गई हैं। ऐसे में अब 85 फीसदी पात्र युवा आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। वहीं 50.35 फीसदी आबादी को दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं।
भारत में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के अभी तक चार मामले सामने आए हैं। दक्षिण अफ्रीका में नया स्वरूप आने के बाद पिछले एक हफ्ते से अधिक समय से देश में टीकाकरण की गति ने जोर पकड़ा है। इस स्वरूप को डब्ल्यूएचओ ने ‘चिंताजनक’ करार दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया था, ‘भारत में आज कोविड-19 के एक करोड़ टीके लगाए गए। घर घर दस्तक अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान नई ऊंचाइयों को छू रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है।
’ सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष नवंबर में प्रति दिन औसतन टीके की 59.32 लाख खुराकें लगाई जा रही थीं जबकि मई में प्रति दिन औसतन 19.69 लाख खुराक लगाई जा रही थी। हालांकि 30 से अधिक जिलों में कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए थोड़ी चिंता का विषय है। मंत्रालय ने शनिवार को पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को इसके बारे में आगाह किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, मिजोरम और जम्मू-कश्मीर को पत्र लिखकर चिंता जाहिर की है। इनमें सभी संवेदलशील जिलों में सतर्कता बढ़ाने को कहा गया है।