पारादीप । ओड़िशा के जगतसिंहपुर जिले में जिंदल स्टील वर्क्स (जेएसडब्ल्यू) की परियोजना का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस को रोकने के लिए गांवों में प्रवेश स्थलों को बंद कर दिया है। जिंदल प्रतिरोध संग्राम समिति के नेता देबेंद्र स्वैन की गिरफ्तारी के बाद तनाव बढ़ गया है।
गांव वालों ने आरोप लगाया कि पुलिस परियोजना का समर्थन करने वालों की मदद से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज कर रही है। एक अधिकारी ने कहा कि परियोजना का समर्थन करने वाले गोविंदपुर गांव के निवासी प्रभात राउत के आरोप पर शनिवार को एक मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली रात उनके घर पर बम फेंका गया था। पुलिस अधीक्षक अखिलेश्वर सिंह ने कहा कि स्वैन की गिरफ्तारी के बाद ढिंकिया के ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला किया और एक वैन में तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा कि घटना में शामिल सभी संदिग्धों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस के अनुसार घटना में सुरक्षाकर्मी और कई ग्रामीण जख्मी हुए हैं। पुलिस को गांव के अंदर आने से रोकने के लिए ढिंकिया के स्थानीय लोगों ने बांस से गांव के तीन प्रवेश द्वारों को बंद कर दिया है। गांव वालों ने कहा हम अपनी मातृभूमि नहीं छोड़ेंगे और हम अपनी जान दे देंगे। लेकिन जिंदल परियोजना की अनुमति नहीं देंगे। जेएसडब्ल्यू ने 50,000 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से 1.2 करोड़ टन प्रति सालाना क्षमता के कारखाने के साथ, 900 मेगावॉट बिजली संयंत्र और 3,000 एकड़ भूमि में एक निजी उपयोग के लिए बंदरगाह बनाने का प्रस्ताव किया है।