नई दिल्ली । दुनिया की सबसे बड़ी कैब आधारित सेवा प्रदाता कंपनी ओला ने अपने बहुप्रतीक्षित इलेक्ट्रिक स्कूटर की डिलीवरी को लेकर इंतजार खत्म होने वाला है। 15 दिसंबर से इस स्कूटर की डिलीवर शुरू हो जाएगी। ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल ने ट्विट करके इसकी जानकारी दी है। कंपनी ने पहले 25 अक्टूबर से और बाद में 25 नवंबर से इसकी डिलेवरी शुरू करने की बात कही थी। भाविश अग्रवाल ने ट्वीट करके बताया, नए इलेक्ट्रिक स्कूटर्स 15 दिसंबर 2021 से ग्राहकों को मिलना शुरू हो जाएंगे।
अगस्त में ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्चिंग के बाद से काफी डिमांड में है। इस स्कूटर की रिकॉर्ड प्री-बुकिंग हुई है। आप महज 499 रुपए जमा करके इन स्कूटर की ऑनलाइन बुकिंग करा सकते हैं। आप इस स्कूटर को महज 2,999 रुपए की ईएमआई पर खरीद सकते हैं। ऑनलाइन बुकिंग के लिए आपको ओला इलेक्ट्रिक की ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करना होगा। ओला इलेक्ट्रिक ने दो इलेक्ट्रिक स्कूटर ओला एस1 प्रो और ओला एस1 लॉन्च किए थे।
ओला इलेक्ट्रिक ने ओला एस1 और ओला एस1 प्रो नाम से दो इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च किए हैं। इन स्कूटर की कीमत 85 हजार से लेकर 1.10 लाख रुपए तक है। महाराष्ट्र में ओला एस1 की कीमत 94,999 रुपए, राजस्थान में 89,968 रुपये और गुजरात में 79,999 रुपए रखी गई है। अगर ओला एस1 प्रो की बात करें तो महाराष्ट्र में इसकी कीमत 1,24,999 रुपए, गुजरात में 1,09,999 और राजस्थान में 1,19,138 रुपये रखी गई है। ओला इलेक्ट्रिक नए इलेक्ट्रिक स्कूटर ओला एस1 और ओला एस1 प्रो मेंको नए बैटरी पैक के साथ लॉन्च किया है।
ओला एस1 में 2.98 किलोवाट बैटरी पैक लगाया गया है जबकि ओला एस1 प्रो स्कूटर में 3.97 किलोवाट बैटरी पैक दिया हुआ है। ओला एस1 को एक बार फुल चार्ज करने पर 120 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है और इसकी टॉप स्पीड 90 किमी प्रति घंटा है। ओला S1 प्रो को एक चार्ज में 180 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। इसकी टॉप स्पीड 115 किमी प्रति घंटा है।
ओला एस-वन और ओला एस-वन प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर का उत्पादन ओला इलेक्ट्रिक के तमिलनाडु में चेन्नई स्थित प्लांट में किया जा रहा है। ओला इलेक्ट्रिक का यह प्लांट दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक दो-पहिया वाहन निर्माता प्लांट बनने जा रहा है और फिलहाल इसकी बागडोर पूरी तरह महिलाओं ने संभाल रखी है। कंपनी ने इसी परिसर में नया हाइपरचार्जर स्थापित किया है। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा है कि देशभर के 400 शहरों में 1 लाख से ज़्यादा जगहों और टचप्वाइंट पर हाइपरचार्जर की सुविधा शुरू की जाएगी।