बीती 21 जुलाई को आरोपी भाई ने अन्य पांच लोगों के साथ मिलकर किसी अज्ञात व्यक्ति के शव की शिनाख्त अपने भाई के मनोहर के रूप में करके पोस्टमॉर्टम करा दिया। इतना ही नहीं बल्कि अंतिम संस्कार और दसवां संस्कार भी बरेली के रामगंगा नदी पर कर डाला। मनोहर ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि दूसरे भाई मुन्ना लाल ने गांव के ही दो लोगों पर फर्जी तरीके से उसकी हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत भी की।
अब उसे अपने भाई से हत्या का भय सताने लगा है और आरोपियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की है। फिलहाल एसएसपी बरेली ने सीओ फस्ट को मामले की जांच दी है। देखने वाली बात यह होगी कि बदायूं और बरेली पुलिस मामले में क्या कार्यवाही करती है।
अब उसे अपने भाई से हत्या का भय सताने लगा है और आरोपियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की है। फिलहाल एसएसपी बरेली ने सीओ फस्ट को मामले की जांच दी है। देखने वाली बात यह होगी कि बदायूं और बरेली पुलिस मामले में क्या कार्यवाही करती है।