चंडीगढ़ । वर्ष 2017 में हुई पिछली विधानसभा मतदान के मुकाबले पिछली 1 जनवरी तक संशोधन करके जारी की वोटर सूचियों अनुसार इस दौरान राज्यों में महिला वोटरों की संख्या में पुरुष वोटरों की संख्या के मुकाबले ज्यादा विस्तार दर्ज किया गया है। यही नहीं राज्यों में महिला वोटरों की संख्या ने एक करोड़ का संख्या भी पार कर लिया है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी दफ्तर की तरफ से मिले डाटा अनुसार वर्ष 2017 विधानसभा मतदान में 1,98,79,069 योग्य वोटर थे।
इस बार 2,12,75,066 हैं। महिला वोटर 1,00,86,514 हैं। कुल योग्य वोटरों में 13,95,997 विस्तार दर्ज किया गया है। पुरुष वोटरों में 6,84,749 और महिला वोटरों में 7,10,968 और थर्ड जैंडर में 280 का विस्तार दर्ज किया गया है। महिला वोटरों में पुरुष वोटरों के मुकाबले 26,219 का विस्तार दर्ज किया गया है।
राज्य चुनाव कमीशन की तरफ से पिछली 1 जनवरी तक मिले वोटर डाटा अनुसार राज्यों में 80 वर्षों से ज्यादा उम्र वर्ग के 5,13,229 वोटर इस बार अपने वोट के अधिकार को प्रयोग कर सकेंगे, जबकि 18-19 वर्ष उम्र वर्ग के 2,78,969 नए वोटर वोटिंग के अधिकार का प्रयोग करेंगे।
दिव्यांग वोटरों की संख्या 1,44,667 है। राज्य चुनाव अधिकारी दफ्तर अनुसार वोट प्रबंधन के लिए इस बार वर्ष 2017 के मुकाबले 2074 वोटिंग केंद्र ज्यादा स्थापित किए गए हैं। वर्ष 2017 में इनकी संख्या 22615 थी, जिसको बढ़ा कर 24689 कर दिया गया है। डाटा अनुसार 14 फरवरी को विधानसभा मतदान के लिए पड़ने वाली वोटों में 1601 प्रवासी भारतीय अपनी वोट का प्रयोग कर सकेंगे।