नई दिल्ली । प्रदेश में अब धान खरीद बिना ऑनलाइन टोकन के होगी। किसान सीधे क्रय केन्द्रों पर जाकर अपना धान बेच सकेंगे। किसानों की शिकायतों के बाद राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है। 45.50 मीट्रिक टन धान की खरीद अब तक हो चुकी है।
सरकार की नई व्यवस्था के तहत सभी किसानों को ऑनलाइन टोकन लेना अनिवार्य था लेकिन डिजिटल साक्षरता के अभाव में किसान इससे परेशान हो रहे थे। सबसे ज्यादा दिक्कत छोटे किसानों के सामने थी। ऑनलाइन टोकन जारी करने का समय सुबह 10 बजे निर्धारित किया गया था।
बिचौलिए इस सुविधा का फायदा उठा रहे थे। निर्धारित समय पर बुकिंग शुरू होते ही कुछ ही समय में सभी क्रय केंद्रों पर बुकिंग लक्ष्य के अनुसार स्लॉट बुक हो जाते थे। रात भर साइबर कैफे या जनसेवा केन्द्रों के बाहर गुजारने के बावजूद ज्यादातर किसानों को निराश होना पड़ रहा था।
इसके अलावा कभी सर्वर की समस्या तो कभी अन्य समस्याओं के कारण चार-पांच दिनों तक ऑनलाइन टोकन नहीं मिल पा रहा था। इस व्यवस्था में पारदर्शिता तो भरपूर थी लेकिन किसानों को परेशानी उठानी पड़ रही थी। अब किसानों को क्रय केन्द्रों पर जाकर सीधे अपना धान बेचना होगा। क्रय केन्द्र प्रभारी अपने स्तर से टोकन देकर किसानों का धान खरीदेंगे।