तेल अवीव: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच चल रहा संघर्ष युद्ध में बदल सकता है। अमेरिकी अधिकारी इसे लेकर अनुमान लगा रहे हैं। उनका मानना है कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच लड़ाई काफी बढ़ जाएगी, जिससे संभावित रूप से दोनों के बीच युद्ध छिड़ सकता है। अमेरिकी अधिकारी लंबे समय से कहते आ रहे हैं कि इजरायल और हिजबुल्लाह दोनों युद्ध से बचना चाहते हैं। लेकिन इस सप्ताह लेबनान में हिजबुल्लाह पर इजरायल के लगातार हमलों के बाद तनाव चरम पर है। पोलिटिको की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडन प्रशासन के अंदर हुए विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि दोनों पक्षों के लिए तनाव कम करना मुश्किल होगा।
जमीन पर संघर्ष को बढ़ते हुए देखा जा सकता है। हिजबुल्लाह ने शुक्रवार को उत्तरी इजरायल पर 140 से ज्यादा रॉकेट दागे, जिसके जवाब में इजरायली सेना ने टार्गेट हमले किए। इसमें हिजबुल्लाह का टॉप कमांडर इब्राहिम अकील मारा गया। हिजबुल्लाह ने भी हमले में अकील के मारे जाने की पुष्टि की है। दो रिहायशी इमारतें पूरी तरह मिट्टी में मिल गईं। इसके बाद बाइडन प्रशासन की ओर से युद्ध की आशंका जारी की गई है। अधिकारियों ने कहा कि ये हमले दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह की युद्ध क्षमताओं को कम करने के लिए इजरायली सैन्य अभियान की शुरुआत है।
'युद्ध रोका जा सकता है'
अमेरिका नहीं चाहता कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध शुरू हो जाए। इसे रोकने की कोशिश के लिए वह अपने क्षेत्रीय सहयोगियों से बातचीत कर रहा है। अधिकारियों का मानना है कि कूटनीति अभी भी बड़े युद्ध को रोक सकती है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमारा मानना है कि अभी भी राजनयिक समाधान का विकल्प बचा है। हमें लगता है कि यह आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है।
स्थिति और भी ज्यादा खराब होगी
इजरायल ने अमेरिका को अपना लक्ष्य बताया है कि आखिर वह हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई क्यों कर रहा है। इजरायल ने बताया है कि वह सैन्य कार्रवाई के जरिए हिजबुल्लाह पर राजनयिक समाधान पर सहमत होने का दबाव बना रहा है। ऐसा इसलिए ताकि हिजबुल्लाह हमास के समर्थन में सभी कार्रवाई रोक दे और लेबनान सीमा से लगे उत्तरी इजरायल में लोग अपने घरों में फिर लौट जाएं। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उनका मानना है कि आने वाले दिनों में स्थिति और भी ज्यादा खराब होगी।