भोपाल। नगर निगम, भोपाल द्वारा आपदा एवं महामारी की स्थिति से निपटने हेतु अपने मैदानी अमले को और अधिक दक्ष बनाने के दृष्टिगत महामारी एवं आपदा प्रबंधन पर कार्यशाला का आयोजन किया। निगम आयुक्त के.वी.एस.चौधरी की उपस्थिति में आयोजित कार्यशाला में एस.डी.ई.आर.एफ व निगम के फॉयर ब्रिगेड के अधिकारियों व उनके सहयोगियों ने निगम के स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले को अग्नि दुर्घटना के समय प्राथमिक तौर पर किए जाने वाले उपायों के साथ ही आपदा व अन्य दुर्घटना के समय त्वरित कार्यवाही करने संबंधी जानकारी व प्रशिक्षण डेमो व पॉवर पाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी।
कार्यशाला में विशेष रूप से कोविड-19 में सुरक्षा के दृष्टिगत कौन से कार्य किए जाए और कौन से नहीं किए जाएं इस संबंध में भी जानकारी दी गई तथा अग्नि, बाढ़ व जलभराव की स्थिति और दुर्घटनाओं में प्राथमिक तौर पर रक्त स्त्राव रोकने व सी.पी.आर आदि के संबंध में भी जानकारी दी गई। कार्यशाला में अपर आयुक्त के.एस. परिहार, उपायुक्त हर्षित तिवारी, एस.डी.ई.आर.एफ. के निरीक्षक कपिल नागर व प्रदीप के साथ ही अन्य सहयोगी कर्मचारी, नगर निगम के फायर ब्रिगेड एवं समस्त सहायक स्वास्थ्य अधिकारी एवं स्वास्थ्य पर्यवेक्षक उपस्थित थे।
निगम आयुक्त के.वी.एस.चौधरी ने आई.एस.बी.टी. सभागार में गुरूवार को आयोजित कार्यशाला में कहा कि भोपाल एक बड़ा शहर है और यहां आये दिन घटनायें-दुर्घटनाएं होती है। किसी भी घटना-दुर्घटना/आपदा की स्थिति से निपटने के लिये अमले को पर्याप्त जानकारी व प्रशिक्षित होना जरूरी है। इसी के दृष्टिगत निगम अमले को आपदा प्रबंधन में और अधिक दक्ष बनाने के लिए यह कार्यशाला/प्रशिक्षण आयोजित किया गया है जबकि अपर आयुक्त के.एस.परिहार ने आपदा के समय व्यवहारिक तौर पर आने वाली समस्याओं के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि आपदा से निपटने के लिए हमें किस प्रकार तैयार रहना चाहिए।
डीजीडब्ल्यू सिविल डिफेंस के रणदीप जग्गी ने कोविड-19 महामारी से जूझ रहे व्यक्तियों को उपयोग किए जाने वाले मास्क व संक्रमण से बचाव के संबंध में विस्तार से समझाया। कार्यशाला में पावर पॉइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के मास्कों में फर्क बताया और सुरक्षा के दृष्टिगत हाथ न मिलाने, बार-बार मुंह को हाथ न लगाने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के साथ ही कोरोना संक्रमित की देखभाल, डाइट, व्यायाम आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
एस.डी.ई.आर.एफ. के बाला साहिब ने हृदय आघात से पीड़ित व्यक्ति को सीपीआर स्कोर दिए जाने से संबंधित जानकारी एवं डेमो देकर बताया कि किस प्रकार सीपीआर के माध्यम से पीड़ित व्यक्ति के हृदय एवं फेफड़ों को पुर्नजीवित किया जाता है साथ ही बच्चों एवं व्यस्कों को सीपीआर देने की अलग-अलग विधियों की जानकारी भी दी।
बाला साहिब ने डेमो के माध्यम से बताया कि एक्सीडेंट से प्रभावित व्यक्ति के चोट लगने पर रक्त स्त्राव को रोकने, फ्रेक्चर होने, गले में कोई वस्तु फंसने की स्थिति में किस प्रकार प्राथमिक उपचार दिया जा सकता है इसके संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में बैक्टीरिया एवं वायरस में अंतर को समझाते हुए व्यक्ति के नर्वस सिस्टम पर वायरस का प्रभाव किस प्रकार पड़ता है इसके बायोलॉजिकल, केमिकल एवं मैकेनिज्म प्रभावों को समझाया गया। कार्यशाला में नगर निगम के फॉयर अमले ने अग्नि दुर्घटना के प्रकारों एवं अग्नि दुर्घटना के समय प्राथमिक तौर पर अग्नि को रोकने व उससे बचाव के संबंध में भी विस्तारपूर्वक जानकारी निगम के फॉयर ब्रिगेड के दल ने दी एवं विभिन्न प्रकार की अग्नि से बचाव की प्रक्रिया का डेमो भी दिया।