भोपाल। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार ने कहा है कि सस्ती शिक्षा, अच्छी शिक्षा और सबको शिक्षा सरकार का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि शिक्षा बाजार नहीं है और शिक्षक रोजगार नहीं है। शिक्षक ही पूरे आत्म-समर्पण के साथ राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं। श्री परमार ने आज मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल में कॅरियर एग्जीविशन-कम-कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम में "आत्म-निर्भर भारत" उद्देश्य निहित विभिन्न मॉडल्स का अवलोकन किया एवं स्कूल में नव-निर्मित साइकोलॉजी लेब का लोकार्पण किया। इस मौके पर माध्यमिक शिक्षा मंडल के पूर्व उपाध्यक्ष भगीरथ कुमरावत उपस्थित थे।
मंत्री श्री परमार ने कहा कि हम नए प्रकार के प्रयोग की ओर आगे बढ़ रहे हैं। भारतीय परम्परा एवं मान्यता के साथ शिक्षा से राष्ट्रीय पुनर्निर्माण की ओर अग्रसर हैं। श्री परमार ने कहा कि यह पहली बार है जब आजादी के 70 साल बाद देश अपने गौरवशाली इतिहास का स्मरण कर नए संकल्प के साथ राष्ट्र पुनर्निर्माण की ओर बढ़ रहा हैं। श्री परमार ने कहा कि नवाचार विद्यार्थियों में नई उत्सुकता के साथ लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरणा का माध्यम बनेगा। श्री परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसी स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं और इस स्कूल में किए जा रहे नवाचारों की तरह अन्य स्कूलों में भी यह नवाचार स्थापित किए जायेंगे।
श्री परमार ने कहा कि एग्जीविशन में विभिन्न काउंटर लगाकर विद्यार्थियों के लिए मॉडल्स प्रस्तुत करने वाले सभी लोग राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के उद्देश्य निहित राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में सहयोगी हैं। बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई लघु नाटिका "रानी लक्ष्मीबाई" पर श्री परमार ने कहा कि यह वर्ष पूरा देश आजादी के आंदोलन में बलिदान देने वाले सभी महापुरुषों का स्मरण कर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। श्री परमार ने कहा कि हमारे शैक्षिक इतिहास के साथ अंग्रेजों ने छेड़छाड़ की है। श्री परमार ने कहा कि हमारी समाज आधारित शिक्षा व्यवस्था को अंग्रेजों ने बदला। हमारा देश 100 प्रतिशत साक्षर था, इसलिए विश्व गुरु कहलाता था। श्री परमार ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है अपनी मान्यताओं एवं सौभाग्यशाली इतिहास के महापुरुषों के पुरुषार्थ की नींव पर भव्य समाज निर्माण की जिम्मेदारी अब हमारी है।
मंत्री श्री परमार ने स्वयं लोकार्पित लेब में प्रायोगिक तौर पर कार्य-योजना जानी। कार्यक्रम प्रभारी शिक्षिका सुश्री शबनम खान ने साइकोलॉजी लेब में ह्यूमन मेड लर्निंग एक्सपेरिमेंट का डिमॉन्सट्रेशन दिया। मंत्री श्री परमार ने स्वयं इन इक्विपमेंट्स और अपेरेटस पर एक्सपेरिमेंट किया। मंत्री श्री परमार ने एग्जीविशन में शाला के बच्चों द्वारा बनाए मॉडल्स एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों द्वारा तैयार मॉडल्स का अवलोकन किया। स्कूल के ही छात्र ने मंत्री श्री परमार का स्व-निर्मित स्केच दिखाया, जिसे स्कूल प्राचार्य श्रीमती रेखा शर्मा ने मंत्री श्री परमार को भेंट किया। श्री परमार ने सफल एग्जीविशन एवं साइकोलॉजी लेब निर्माण के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं को शुभकामनाएँ दीं।