एलोपैथी दवा भ्रामक विज्ञापन मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस अभय ओका और जस्टिस उज्ज्वल भुइयां की बेंच ने कहा- हमें बताया गया है कि राज्य भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहे हैं। अगली सुनवाई 25 मार्च का होगी।
इससे पहले 10 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने आयुर्वेदिक, सिद्धा और यूनानी दवाओं के अवैध विज्ञापनों पर एक्शन नहीं लेने वाले राज्यों को फटकार लगाई थी। इसमें दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और आंध्र प्रदेश का नाम शामिल था। तब कोर्ट ने तीनों राज्यों के मुख्य सचिवों को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था।