नई दिल्ली । गृहमंत्री अमित शाह ने पांच राज्यों में विधानसभा के अंतिम चरण के चुनाव प्रचार के समाप्त होने के बाद भाजपा शासित चार राज्यों में प्रचंड जीत के साथ ही पंजाब में बेहतर जनसमर्थन का दावा किया। उनके अनुसार मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल की जनकल्याणकारी नीतियों और राज्य में भाजपा सरकारों द्वारा उनका लाभ निचले स्तर तक पहुंचाने में मिली सफलता का फायदा सीधे तौर पर भाजपा को मिलने जा रहा है।
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा का चुनाव प्रचार वैज्ञानिक और संगठित तरीके से चलाया गया, जिसकी बदौलत पार्टी सभी विधानसभा क्षेत्रों में सभी वर्गों तक पहुंचने में सफल रही। भाजपा के ये दोनों शीर्ष नेता हाल ही में नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। चुनाव प्रचार के दौरान धार्मिक ध्रुवीकरण के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए अमित शाह ने कहा कि भाजपा का एजेंडा पूरी तरह से विकास और समाज के निचले तबके तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर केंद्रित रहा। उन्होंने विस्तार से भाजपा शासित चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में हुए विकास कार्यों को गिनाया।
गृहमंत्री शाह के अनुसार खास तौर पर उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण की जगह विकास और सरकार के कामकाज को प्रचार में प्राथमिकता दी गई। इसकी वजह से पहली बार उत्तर प्रदेश में निचले स्तर पर लोकतंत्र पनपता दिख रहा है। लोग जातिवाद और परिवारवाद के बंधनों से मुक्त होकर विकास के नाम पर मतदान कर रहे हैं। कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने में आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियों का हवाला देते हुए अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी श्रेणी के अपराधों में 30 से 70 फीसद तक कमी आई है। इतने कम समय में अपराध में इतनी बड़ी गिरावट ऐतिहासिक है।
उन्होंने साफ कर दिया कि उत्तर प्रदेश में कोई कांटे की टक्कर नहीं है और भाजपा प्रचंड जीत के साथ वापस आ रही है। भाजपा की जीत के पीछे मोदी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को बड़ी वजह बताते हुए अमित शाह ने कहा कि देश में पहली बार 80 करोड़ लोगों को यह अहसास हुआ कि एक चुनी हुई सरकार उनके जीवन को बदल सकती है।
आजादी के बाद से विकास से वंचित इस वर्ग को पहली बार बिजली, गैस, घर, आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त इलाज और कोरोना काल में मुफ्त राशन का लाभ मिला। अमित शाह ने कहा कि इस वर्ग के लिए पहले सिर्फ कागजों पर योजनाएं बनती थीं लेकिन भाजपा की राज्य सरकारों ने इन्हें जमीन पर उतारने का काम किया। पिछली बार की तुलना में इस बार कम मतदान के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के बीच में मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जाहिर है इसकी परछाई मतदान प्रतिशत पर थोड़ा-बहुत दिखेगी। लेकिन यह बहुत मामूली है और चुनाव परिणामों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
चुनाव के बाद सरकारी अधिकारियों से हिसाब चुकता करने की मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की धमकी के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा कि चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए। वहीं जेपी नड्डा ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के प्रचार में शीर्ष से लेकर स्थानीय स्तर पर एकजुटता रही। पार्टी के केंद्रीय, राज्य स्तरीय और स्थानीय नेताओं का कार्यक्रम वैज्ञानिक तरीके से तैयार किया गया, जिससे कोई भी वर्ग या क्षेत्र वंचित न रह पाए। यूक्रेन संकट पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार युद्ध प्रभावित देश से अपने नागरिकों को निकाल रही। जनता यह सब देख रही है।