महाराष्ट्र में आज नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो सकता है। इसके लिए महायुति के तीनों दलों के नेताओं की दिल्ली में बैठक होगी। यह तय माना जा रहा है कि अगला CM भाजपा का हो सकता है। इस बैठक में शामिल होने के लिए पिछली सरकार में डिप्टी CM रहे अजित पवार दिल्ली रवाना हो गए हैं।
इधर, मुंबई में देवेन्द्र फडणवीस के सरकारी आवाससागर बंगले के बाहर फडणवीस को महाराष्ट्र का स्थायी मुख्यमंत्री घोषित करने वाले बैनर लगाए गए हैं। यह बैनर BJP कार्यकर्ताओं ने लगाया है। बैनर में फडणवीस को शपथ लेते दिखाया है।
इससे पहले, बुधवार को ठाणे में कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा का CM हमें मंजूर है। मुझे पद की लालसा नहीं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब मोदी जी मेरे साथ खड़े रहे। अब वो जो फैसला लेंगे स्वीकार होगा।
शिंदे ने कहा- मैंने 26 नवंबर मोदी जी को फोन किया था हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, मन में कोई अड़चन न लाएं। हम सब NDA का हिस्सा हैं। बैठक में जो फैसला लिया जाएगा, हमें मंजूर होगा। कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है। हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं बनेंगे।
शिंदे बोले- मैं कभी भी अपने आप को मुख्यमंत्री नहीं समझा। मैंने हमेशा आम आदमी बनकर काम किया। यह जनता की विजय है। समर्थन के लिए जनता को धन्यवाद। इलेक्शन के वक्त सुबह 5 बजे तक काम करते थे। सभी कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की।
पूर्व डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिंदे के बयान ने सबकी शंका दूर की है। महायुति में कभी भी मतभेद नहीं रहा है। हम मुख्यमंत्री के नाम पर ही जल्द ही फैसला लेंगे।
नेता विपक्ष को लेकर MVA मिलकर दावा पेश कर सकती है
विधानसभा चुनाव में किसी भी विपक्षी पार्टी को सदन में नेता प्रतिपक्ष (LoP) के लिए जरूरी सीटें नहीं मिली हैं। नियमानुसार विधानसभा सीटों की कम से कम 10% सीटें जीतने वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। अगर कई पार्टियों ने इससे ज्यादा सीटें हासिल की हों, तो सबसे ज्यादा सीट वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। इस बार ऐसा नहीं है इसलिए MVA के संयुक्त LoP पद का दावा कर सकती है। इस संबंध में राज्यपाल को पत्र लिखकर प्री-पोल अलायंस का तर्क दिया जाएगा।