भोपाल। वीआइपी रोड स्थित करबला पंप हाउस के सड़क किनारे लगी लोहे की जाली को असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया है। इसके चलते सड़क किनारे एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। खास बात यह है कि इस सड़क पर वीआइपी मूवमेंट रहा है, लेकिन किसने यह जाली तोड़ी इसकी जानकारी नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को नहीं है। जबकि यह सड़क बहुत पुरानी है। आज तक इस सड़क पर इस तरह की कोई घटना नहीं हुई।
यह पहला मौका है जब सड़क किनारे लगी जाली को तोड़ा गया है। करबला पंप हाउस के पास एक झुग्गी बस्ती है। बताया जा रहा है कि लोगों ने रास्ता बनाने के लिए यह लोहे की रेलिंग को तोड़ दिया है। उधर इस संबंध में जलकार्य प्रभारी अधीक्षण यंत्री उदित गर्ग कहना है कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। जबकि वीआइपी रोड पर निगम द्वारा गोताखोरों की तैनाती रहती है। इसके बावजूद किसने सड़क किनारे लगी जाली को तोड़ दिया गया।
सड़क के रास्ते इंदौर रोड से भोपाल आने वालों के लिए वीआइपी रोड से निकलना सबसे सुखद रहता है। इसके अलावा भी भोपाल में आने वाले बाहर लोग या पर्यटकों के लिए भी वीआईपी रोड़ आकर्षण का केंद्र रहता है। इस पांच किमी रोड़ में एक तरफ बड़े तालाब की लहरे आपनी तरफ आकर्षित करती है तो दूसरी तरह पुराने शहर की विरासत और दरोहर अपनी तरफ खिचती है। कहने को तो मात्र दस मिनट का रास्त है, लेकिन पर्यटकों के लिए घंटो का समय भी कम पड़ जाता है। राजाभोज प्रतिमा के सामने हमेशा भीड़ लगी रहती है। लोग दूर दूर से यहां पर फोटो खिचवाने आते है और यहां की यादे अपने साथ ले जाते है। रात में वीआईपी रोड़ का नजारा शानदार दिखता है।
जिस स्थान से शहर की पहचान जुड़ी हो उसके प्रति नगर निगम की ऐसी उदासीनता कई सवाल खड़े करती है। जिम्मेदारों को यह भी नहीं पता कि यह रास्त कब बन गया और लोके जाली कब और कैसे निकाली गई है। वहीं जिला प्रशासन ने भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया है। रही कसर स्थानीय जनप्रतिनिध भी इस गंभीर मामले को लेकर सजग नहीं है, वे अपने स्तर पर कोई आवाज नहीं उठा रहे है।