अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बीते गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इस घटना के 5 दिन होने के बाद भी वे नहीं दिखे हैं। लंबे समय तक उनकी हेल्थ को लेकर भी कोई अपडेट जारी नहीं किया गया। इस बीच बाइडेन ने सोशल मीडिया पर संदेश जारी कर ये जरूर कहा कि वे अब अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे।
बाइडेन के इस ऐलान के बाद से ही उनकी सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर कयास लगाए जाने लगे हैं। द डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक न सिर्फ रिपब्लिकन बल्कि डेमोक्रेट्स पार्टी से जुड़े लोग भी आशंका जता रहे हैं कि बाइडेन गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि बाइडेन की हेल्थ तेजी से खराब हो रही है, इसलिए उन्हें जनता के सामने नहीं लाया जा रहा है।
रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े कुछ यूजर्स तो ये भी दावा कर रहे हैं कि बाइडेन को बंधक बना लिया गया है। इतना ही नहीं, एक विपक्षी नेता ने तो बाइडेन से उनके जिंदा होने का सबूत भी मांग लिया है। हालांकि, इस बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि बाइडेन के कोविड से जुड़े लक्षण अब नहीं दिखाई दे रहे हैं। वो 25 जुलाई को देश के नाम संबोधन भी देंगे।
रिपब्लिकन नेता ने जिंदा होने का सबूत मांगा
37 साल की रिपब्लिकन नेता लॉरेन बोएबर्ट ने सोमवार को एक पोस्ट कर सनसनी फैला दी। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के जिंदा होने का सबूत मांग लिया। बोएबर्ट ने लिखा- बाइडेन को कैमरे पर आना चाहिए और खुद के ठीक होने की बात कहनी चाहिए। मुझे तो लगता है कि बाइडेन को ये पता भी नहीं होगा कि अब वे चुनाव नहीं लड़ेंगे।
बाइडेन विरोधी वामपंथी पत्रकार ग्लेन ग्रीनवाल्ड ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि ये बिल्कुल अजीब था कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया के जरिए चुनाव न लड़ने की बात कही। उन्हें खुद टेलिविजन पर आना चाहिए था या फिर व्यक्तिगत रूप से सामने आकर अपनी बात रखनी चाहिए थी।
ग्रीनवाल्ड ने लिखा कि सोशल मीडिया पर बाइडेन से जुड़ी कई कॉन्सपिरेसी थ्योरी चल रही हैं। मैं उन चीजों को फैलाने में यकीन नहीं रखती हूं, मगर हाल के दिनों में डेमोक्रेटिक पार्टी में जो हुआ है वह ऐतिहासिक है। पहली बार ऐसा हुआ है कि एक कैंडिडेट जो कि जरूरी डेलीगेट्स का सपोर्ट हासिल कर चुका था, उसने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
अचानक सोशल मीडिया पर एक ट्वीट कर चुनाव लड़ने से इनकार करना और फिर गायब हो जाना अपने आप में अनोखी बात है। अगर उन्होंने खुद ये फैसला किया तो उन्हें लोगों के सामने इसकी जानकारी देनी चाहिए थी।
सोशल मीडिया पर हो रहा ट्रेंड- बाइडेन कहां हैं
अमेरिकी राष्ट्रपति आखिरी बार 17 जुलाई को दिखे थे। हालांकि, अब तक ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि बाइडेन किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं। अगर वे किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित होंगे तो ये राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा मुद्दा बन सकती है और उन पर नवंबर से पहले ही पद छोड़ने का दबाव बन सकता है।
सोमवार की रात पहली बार कमला हैरिस ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी खिलाड़ियों के लिए एक सम्मान समारोह में पहुंची थीं। बाइडेन के राष्ट्रपति पद के लिए मिले समर्थन के बाद पहली बार वह किसी सार्वजनिक मंच पर थीं। इस दौरान उन्होंने जो बाइडेन की बातें लोगों को सुनाई। हालांकि, इस बात पर कई लोगों ने शक जताया कि ये एक कॉल रिकॉर्डिंग थी और इसमें छेड़छाड़ की गई थी।
इस घटना के बाद जो बाइडेन के गायब होने की अफवाहें और तेजी से फैलने लगीं और सोशल मीडिया पर Where is Joe (बाइडेन कहां हैं) ट्रेंड करने लगा। इस दौरान कई पोस्ट में दावा किया गया है कि हॉस्पिटल में भर्ती हैं और उनके बचने की संभावना बहुत कम है।
उपराष्ट्रपति उम्मीदवार वेंस बोले- बाइडेन का तख्तालपट हुआ
रिपब्लिकन पार्टी से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वेंस ने बाइडेन को लेकर अलग ही दावा किया है। उन्होंने कहा कि बाइडेन को राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर करने के लिए उनका ‘तख्तापलट’ किया गया है।
फॉक्स न्यूज से बात करते हुए वेंस ने कहा, "हां मुझे लगता है कि ऐसा ही हुआ है, लेकिन सच में अगर बाइडेन फिट नहीं हैं और इसलिए चुनाव नहीं लड़ रहे हैं तो संविधान के मुताबिक अब वे् राष्ट्रपति पद पर भी नहीं रह सकते।
US सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर का इस्तीफा, ट्रम्प की सुरक्षा में चूक को लेकर कल संसद में पेश हुई थीं
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हमले के 10 दिन बाद सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर किम्बर्ली चीटल ने 23 जुलाई, मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन पर अपनी जिम्मेदारी ठीक से न निभाने के आरोप लग रहा था। इसी सिलसिले में चीटल सोमवार को संसद की कमेटी के सामने पेश हुई थीं। हालांकि, उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था।