इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू पर अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के लगाए वॉर क्राइम के आरोपों और अरेस्ट वारंट पर पश्चिमी देश आपस में बंट गए हैं। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक अमेरिका ने गिरफ्तारी वारंट को मानने से इनकार कर दिया है। वहीं ब्रिटेन, कनाडा, नीदरलैंड और इटली ने कहा है कि अगर नेतन्याहू उनके देश आते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
इस बीच अमेरिका ने ICC के आदेश को मानने ने इनकार किया है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरीन जीन पियरे कोर्ट के फैसले लेने के तरीके पर सवाल उठाए हैं और इसे 'जल्दबाजी' बताया है। अमेरिका ICC का मेंबर देश नहीं है।
यूरोपीय देश बोले- हमास और इजराइल एक जैसे नहीं, फिर भी ICC का फैसला मानेंगे
इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसिटो ने कहा कि उनका देश ICC के नियमों को मानेगा। उन्होंने कहा कि वे ICC के इस आरोप से इनकार करते हैं कि हमास और इजराइल एक जैसे हैं, लेकिन फिर भी अगर नेतन्याहू इटली आते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। हम नियमों से बंधे हुए हैं।
ICC का सदस्य होने के नाते ब्रिटेन ने भी कहा है कि वो नेतन्याहू को अपनी धरती पर अरेस्ट करेगा। हालांकि PM ऑफिस के प्रवक्ता ने कहा है कि नेतन्याहू और हमास के बीच नैतिक समानता नहीं है। इजराइल को खुद को डिफेंड करने का अधिकार है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि ICC के सदस्य होने के नाते वे नियमों का पालन करेंगे। नीदरलैंड के विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैम्प ने कहा कि वे नियमों का 100% पालन करेंगे और नेतन्याहू के डच जमीन पर पैर रखते ही उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे।
नेतन्याहू ने क्रिमिनल कोर्ट के जजों पर पक्षपात का आरोप लगाया
इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट के उन पर और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज किया है। उन्होंने कोर्ट के जजों पर पक्षपात के आरोप लगाए हैं। नेतन्याहू ने कहा है कि ICC संवैधानिक तौर पर चुने गए प्रधानमंत्री पर गलत आरोप लगा रहा है। हम आम लोगों को टारगेट नहीं कर रहे। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जनहानि टाली जाए।
इजराइली PM ने अपना बचाव करते हुए हमास पर आम लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि इजराइल गाजा के लोगों को खतरे की चेतावनी देने के लिए लाखों कॉल, मैसेज, अनाउंसमेंट करता है और पर्चे फेंकता है। जबकि हमास के लड़ाके उन्हें खतरे में डालते हैं। उन्हें ह्यूमन शील्ड की तरह इस्तेमाल करते हैं।
नेतन्याहू ने यह भी बताया कि इजराइल गाजा को 7 लाख टन अनाज की सप्लाई कर चुका है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट ने जारी किया था अरेस्ट वारंट
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने गुरुवार को अरेस्ट वारंट जारी किया था। अदालत ने नेतन्याहू को गाजा में युद्ध अपराध (वॉर क्राइम) और मानवता के खिलाफ अपराध के लिए आरोप तय किए। ICC ने माना कि हमास को मिटाने की आड़ में इजरायली सेना निर्दोषों का कत्ल कर रही है और उन्हें मरने के लिए छोड़ रही है।
इस मामले में हमास के पूर्व कमांडर मोहम्मद दाइफ के खिलाफ भी वारंट जारी हुआ है। वारंट में मोहम्मद दाइफ को इजराइल में 7 अक्टूबर को बड़े पैमाने पर हत्याओं, बलात्कार और लोगों को बंधक बनाकर साथ ले जाने का आरोप है। हालांकि, इजराइल ने दावा किया था कि उसने जुलाई में एक हमले में मोहम्मद दाइफ को मार दिया है।
ICC ने मार्च 2023 में पुतिन के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था। पुतिन को यूक्रेन में बच्चों के अपहरण और डिपोर्टेशन के आरोपों को लेकर वॉर क्राइम्स के लिए जिम्मेदार बताया गया था।