प्रधानमंत्री मोदी 2 दिवसीय गुयाना दौरे पर हैं। दौरे के आखिरी दिन गुरुवार को वे गुयाना की संसद को संबोधित करने पहुंचें। अपने संबोधन के दौरान PM मोदी ने कहा कि भारत का गुयाना के साथ मिट्टी, पसीने और परिश्रम का गहरा रिश्ता है।
PM ने कहा कि दोनों देशों का इतिहास समान रहा है। पिछले 200 से 250 सालों में भारत और गुयाना ने साथ-साथ गुलामी और आजादी की लड़ाई का दौर देखा है। करीब 180 साल पहले एक भारतीय गुयाना की धरती पर आया, और उसके बाद से सुख और दुख में भारत और गुयाना का रिश्ता हमेशा आत्मीयता से भरा रहा है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारे DNA में शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत विश्वबंधु के रूप में अपना कर्तव्य निभा रहा है। PM ने कहा कि उन्हें 24 साल पहले एक जिज्ञासु के तौर पर गुयाना आने का मौका मिला था।
इस दौरान मोदी ने गुयाना की चटनी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वो गुयाना की चटनी को नहीं भूल सकते हैं।
डोमिनिका और गुयाना ने PM मोदी को सर्वोच्च सम्मान दिया
PM मोदी को गुयाना में कैरिबियाई देश डोमिनिका ने 'द डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया है। डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने PM मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा। कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका को वैक्सीन पहुंचाने के लिए PM मोदी को यह अवॉर्ड दिया गया है।
गुयाना ने भी मोदी को अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ एक्सिलेंस' और बारबाडोस ने ऑनररी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस से सम्मानित किया। उन्होंने अवॉर्ड सभी भारतवासियों को समर्पित किया। इसके अलावा दो दिवसीय गुयाना यात्रा में PM मोदी ने कैरिबियाई देशों के प्रतिनिधियों के साथ दूसरे इंडिया-कैरिकॉम समिट में भी हिस्सा लिया।
समिट के इतर प्रधानमंत्री ने कैरिबियाई देशों के प्रतिनिधियों से द्विपक्षीय चर्चाएं कीं। गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान के अलावा PM मोदी ने डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट और सूरीनाम के राष्ट्रपति चान संतोखी सहित अन्य नेताओं से औपचारिक बातचीत की।
बातचीत के बाद PM मोदी और राष्ट्रपति इरफान ने लोगों को संबोधित भी किया। गुयाना के राष्ट्रपति ने कहा-
PM मोदी का का यहां होना हमारे लिए सबसे बड़ा सम्मान है। वे नेताओं के बीच चैंपियन हैं। मोदी ने शानदार लीडरशिप की है। विकासशील दुनिया को रोशनी दिखाई है। विकास का वो तरीका अपनाया है, जिसे कई लोग अपने देश में अपना रहे हैं।
मोदी ने गुयाना में स्वागत के लिए राष्ट्रपति इरफान का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति इरफान का भारत के साथ विशेष रिश्ता है। वे भारतीय समुदाय के ब्रांड ऐंबैस्डर हैं।
PM ने कहा कि वो लगभग 24 साल के बाद गुयाना की यात्रा पर आए हैं। इससे पहले वो एक आम आदमी के तौर पर निजी यात्रा के लिए गुयाना आए थे। किसी भारतीय PM का यह 56 साल बाद गुयाना दौरा है।
संबोधन में PM मोदी की अहम बातें:-
भारत ने गुयाना के लोगों के कौशल विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हम इस सहयोग को आगे बढ़ाएंगे।
भारत गुयाना के सैनिकों की क्षमता के विकास के लिए छात्रवृत्ति और प्रशिक्षण के माध्यम से योगदान देना जारी रखेगा।
पिछले साल हमने खाद्य सुरक्षा में योगदान देते हुए मिलेट्स उपलब्ध कराए थे। अब अन्य फसलों की खेती में भी मदद करेंगे।
दोनों देशों के कृषि संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ाने के लिए MoU साइन हुआ है।
भारत गुयाना में जन औषधि केंद्र खोलेगा।