काशी । काशी पहुंचीं तृणमूल कांग्रेस टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तीन जगह काले झंडे दिखाए गए। चेतगंज लेबर चौराहे के पास जुटे हिंदू युवा वाहिनी के 20-25 कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराकर उनका विरोध किया। ममता गाड़ी से उतरकर विरोध करने वालों के सामने आ गईं और कुछ मिनट तक वहीं खड़ी रहीं। गंगा आरती के लिए जाते वक्त गोदौलिया चौराहा और दशाश्वमेध पर भी भाजपा के झंडे लहराकर और जय श्रीराम के नारे लगाकर उनका विरोध किया।
आरती से लौटते वक्त गोदौलिया चौराहे पर भी दो युवकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए। तय कार्यक्रम के अनुसार बुधवार शाम 4:30 बजे ममता बनर्जी बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचीं। टीएमसी नेता राजेशपति त्रिपाठी, ललितेश पति त्रिपाठी के साथ सपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा, महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, मनोज राय धूपचंडी व अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया। कुछ देर के विश्राम के बाद शाम साढ़े पांच बजे के बाद ममता बनर्जी दशाश्वमेध घाट के लिए निकलीं। चेतगंज में पहले से तैयार खड़े हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता उनके सामने आ गए और काले झंडे लहराते हुए ‘ममता वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे।
ममता का काफिला रुका तो वह कार से उतर गईं और विरोध करने वालों के सामने कुछ देर तक खड़ी रहीं। ममता बनर्जी की सुरक्षा टुकड़ी और चेतगंज पुलिस ने विरोध कर रहे युवकों को पीछे खदेड़ा। ममता ने कहा कि हार के डर से सत्ताधारी दल के इशारे पर उनका विरोध कराया जा रहा है। ममता के काफिले को गोदौलिया चौराहा और दशाश्वमेध घाट के पास भी भाजपा के झंडे दिखाए गए। विरोधियों ने जय श्रीराम और मोदी-योगी के नारे भी लगाए। विरोध को देखते हुए दशाश्वमेध घाट पर पुलिस ने एक तरफ से आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था।
आरती से लौटते वक्त भी ममता के काफिले के सामने नारेबाजी हुई और काले झंडे लहराए गए। ममता बनर्जी के दशाश्वमेध से निकलने के बाद भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकत्रियां नारेबाजी करती गोदौलिया चौराहे की तरफ बढ़ीं। यहां सपा के कुछ कार्यकर्ता पहले से मौजूद थे। दोनों पक्ष आमने-सामने हुए और परस्पर विरोधी नारे लगने लगे। चौराहे पर मौजूद पुलिस बल ने बीच में पड़कर दोनों पक्षों को अलग किया। धक्कामुक्की कर रहे सपा कार्यकर्ताओं को गिरजाघर की तरफ खदेड़ दिया गया।