भोपाल । मप्र में अब पुलिसकर्मियों के बच्चों को अब उत्तीर्ण सत्र की ट्यूशन फीस ही मिलेगी। अभी तक चालू शिक्षा सत्र के लिए यह राशि दी जाती थी। इस आशय के निर्देश पुलिस मुख्यालय की कल्याण शाखा ने प्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों को जारी कर दिए हैं। इसमें स्पष्ट किया गया है कि 31 अक्टूबर से 31 जनवरी 2021 तक ट्यूशन फीस के लिए भेजे जाने वाले प्रस्ताव में परीक्षा परिणाम पिछले वर्ष का रहता है, जबकि फीस उसी वर्ष के जून-जुलाई में जमा हो जाती है। अब पिछले वर्ष के परीक्षा परिणाम के आधार पर पिछले वर्ष की ट्यूशन फीस की मांग की जाए। उच्च शिक्षा के लिए पुलिसकर्मियों के बच्चों को सरकारी कालेजों में निर्धारित फीस का भुगतान किया जाएगा। इसका आशय यह है कि कोई विद्यार्थी निजी कालेज में अध्ययनरत है और उस पाठ्यक्रम की फीस अधिक है तो उसके लिए उतना भुगतान किया जाएगा, जितना उस पाठ्यक्रम के लिए फीस सरकारी विश्वविद्यालय में निर्धारित होगी। अधिकतम 75 हजार रुपये दिए जा सकेंगे।
ट्यूशन फीस लेने के लिए विगत वर्ष से उप पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को भी शामिल किया गया है। अभी शैक्षणिक सत्र जुलाई 2021- जून 2022 चल रहा है। इकाई द्वारा शैक्षणिक वर्ष (जुलाई 2020-जून 2021) के परीक्षा परिणाम के आधार पर जुलाई 2021 में जमा की गई वार्षिक पाठ्यक्रम की फीस का प्रस्ताव भेजा जाएगा। पिछले शैक्षणिक वर्ष के प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम के आधार पर जुलाई 2021 के पहले सेमेस्टर की ट्यूशन फीस का प्रस्ताव भेजा जाएगा। इस शैक्षणिक वर्ष के द्वितीय सेमेस्टर की फीस (जो दिसंबर 2021 अथवा जनवरी 2022 को जमा होगी) इकाई के प्रस्ताव में शामिल नहीं होगी। यानी सेमेस्टर सिस्टम में एक ही सेमेस्टर की फीस का प्रस्ताव भेजा जाएगा। इस बारे में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कल्याण) विजय कटारिया का कहना है कि तकनीकी दिक्कत को दूर करने के लिए यह व्यवस्था की गई है। इस बार के प्रस्ताव भेजने के संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। अगले वर्ष से व्यवस्था सुचारू हो जाएगी।