शहर के ट्रैफिक को सुधारने के लिए शहर में 6 टीमें अगले 7 दिन में सर्वे करेंगी। इसमें एसडीएम के अलावा नगर निगम, स्मार्ट सिटी, आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी होंगे। एक सप्ताह में सर्वे रिपोर्ट तैयार करने के बाद एक महीने में शहर के सभी ट्रैफिक जाम के प्वॉइंट को ठीक करना होगा। इसमें अतिक्रमण हटाने से लेकर रोड इंजीनियरिंग की खामियों को भी ठीक किया जाएगा।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने दो दिन पहले ‘7 दिन में शहर-फुटपाथ पर अतिक्रमण चिह्नित होने थे, 2 महीने बाद भी मैप तैयार नहीं, अब 7 दिन का वक्त’ शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संयुक्त दल बनाकर ट्रैफिक समस्या के कारणों का सर्वेक्षण किया जाएगा। इसी आधार पर ट्रैफिक को सुधार के लिए कार्य योजना बनाई जाएगी।
दो महीने पहले कलेक्टर ने दिए थे निर्देश...
करीब दो महीने पहले 9 सितंबर को कलेक्टर ने शहर के सभी एसडीएम को 7 दिन के अंदर शहर का सर्वे करने के निर्देश दिए थे। उन्हें इलाकों के साथ अतिक्रमण चिह्नित कर रूट मैप बनाने को कहा था। योजना के तहत सड़क किनारों से लेकर चौराहा, तिराहा, फुटपाथ और सरकारी जमीन पर कब्जा कर व्यवसायिक गतिविधियां संचालित होने वाले अतिक्रमणों की लिस्ट बनाना था। शहर के सेंट्रल वर्ज से लेकर रोड साइड ग्रीन बेल्ट में ही अकेले 700 से ज्यादा अतिक्रमण प्रशासन द्वारा पहले ही चिह्नित किए गए थे।
यहां सबसे ज्यादा अतिक्रमण
टीटी नगर, दस नंबर मार्केट, 12 नंबर रोड, 1100 क्वार्टर हनुमान मंदिर के सामने, कोलार रोड, एमपी नगर जोन-1 और 2, रेत घाट, पीर गेट, कर्फ्यू वाली माता मंदिर रोड, इतवारा, बुधवारा, छावनी रोड, हमीदिया रोड, बैरसिया रोड, छोला रोड, सिंधी कॉलोनी, डीआईजी बंगला, बैरागढ़, आनंद नगर, अशोका गार्डन 80 फीट रोड, जहांगीराबाद, लिंक रोड नंबर-1, जेके रोड, अयोध्या बायपास, होशंगाबाद रोड, करोंद और वल्लभ भवन से लेकर पुरानी जेल।
पहले 16 स्थान चिह्नित थे करीब दो साल पहले राजधानी में 16 स्थानों और रोड को चिह्नित किया था। नए शहर में न्यू मार्केट से लेकर दस नंबर, बागसेवनिया, और पुराने भोपाल में चौकी बाजार से लेकर हमीदिया रोड और करोंद चौराहा तक अतिक्रमण मिला था। कुछ कार्रवाई हुई, पर फिर स्थिति वैसी ही हो गई।