गाजियाबाद पुलिस ने एनकाउंटर में टाटा स्टील के नेशनल बिजनेस हेड की हत्या में वांटेड बदमाश को मार गिराया। बदमाश अक्की उर्फ दक्ष के सीने में गोली लगी। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वह दिल्ली के सीलमपुर का रहने वाला था। शुक्रवार सुबह हुई मुठभेड़ में एक सब इंस्पेक्टर के हाथ में भी गोली लगी है। जबकि बदमाश का एक साथी मौके से फरार हो गया।
बिजनेस हेड विनय त्यागी की 3 मई की देर रात घर लौटते वक्त लूट के बाद हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक, स्मैक के नशे में अक्की ने विनय त्यागी से लूट की। फिर चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी थी। वारदात के बाद से वह फरार था।
पुलिस फायरिंग में बदमाश के सीने में लगी गोली
DCP निमिष पाटिल ने बताया-शुक्रवार सुबह 5 बजे साहिबाबाद के अर्थला इलाके में पुलिस चेकिंग कर रही थी। दिल्ली की तरफ से एक बाइक पर 2 संदिग्ध आते दिखे। पुलिस ने रुकने का इशारा किया। बाइक सवार रुके नहीं और पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागना शुरू कर दिया। वायरलैस पर मैसेज फ्लैश करते हुए घेराबंदी शुरू कर दी।
दोनों तरफ से गोलियां चली। जो बदमाश बाइक चला रहा था, एक गोली उसे सीने में लगी और वह पार्श्वनाथ की थंडर बिल्डिंग के बंद गेट के सामने बाइक सहित गिर गया। उसका दूसरा साथी जंगलों में भाग निकला। मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर मंगल सिंह के हाथ में गोली लगी।
बदमाश अक्की और सब इंस्पेक्टर मंगल सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अक्की की इलाज के दौरान मौत हो गई। सब इंस्पेक्टर का इलाज चल रहा है। पुलिस ने अक्की के पास से पिस्टल, दिल्ली से चोरी बाइक और विनय त्यागी से लूटा गया मोबाइल रिकवर किया है।
50 लाख के सालाना पैकेज पर थे विनय
टाटा स्टील में सेल्स हेड विनय त्यागी ने विदेश से मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी। कुछ दिन उन्होंने अमेरिका की कंसलटेंट कंपनी में जॉब की। ये कंपनी घाटे में चल रही कंपनियों को उबारने पर काम करती थी। ऐसे में टाटा स्टील ने विनय को करीब 50 लाख के सालाना पैकेज पर नौकरी दी। वो दिल्ली आ गए।
टाटा स्टील की एक कंपनी में विनय बतौर नेशनल बिजनेस हेड काम कर रहे थे। विनय स्वस्थ रहने के लिए मेट्रो से घर तक पैदल ही जाते थे। दिल्ली में उनका दफ्तर एरोसिटी में था, जबकि घर राजेंद्र नगर सेक्टर-5 में था
विनय पत्नी से बोले थे- 5 मिनट में पहुंच रहा
गाजियाबाद के शालीमार गार्डन क्षेत्र में 3 मई की देर रात विनय त्यागी की लूट के बाद हत्या कर दी गई। शव देर रात 3 बजे घर से 3 किलोमीटर दूर एक नाली में मिला। पेट और सीने पर गहरे कट के निशान थे। लैपटॉप, मोबाइल और पर्स गायब था।
विनय त्यागी परिवार के साथ साहिबाबाद के राजेंद्र नगर में रहते थे। मेट्रो से ऑफिस अप-डाउन करते थे। घटना की रात भी वह मेट्रो से घर लौट रहे थे। 11.30 बजे उन्होंने पत्नी को फोन किया। बोले- 5 मिनट में पहुंच रहा हूं। लेकिन कुछ देर के बाद उनका फोन ऑफ हो गया।
पिता को लोकेशन भेजी, फिर फोन ऑफ हो गया था
विनय त्यागी के पिता विशंभर त्यागी ने बताया, रात 11:30 बजे विनय ने लोकेशन भेजी कि आप मुझे लेने आ जाओ। लेकिन फिर फोन आया कि मैं घर आ रहा हूं। हम 12:00 बजे तक इंतजार करते रहे। जब नहीं आया तो हम उसे तलाश करने गए। जो लोकेशन उसने भेजी थी उस लोकेशन पर कुछ नहीं मिला।
उसका फोन बंद था। ऐसा लगता है की हत्या करने वाला साथ था। उसने विनय का फोन बंद कर दिया। लोकेशन भी डिलीट कर दी। रात भर हम बेटे को राजेंद्र नगर में तलाशते रहे। इसी दौरान खेतान स्कूल राजेंद्र नगर के नाली में एक हाथ दिखाई दिया। हम पास पहुंचकर देखे तो विनय ही था। हमारे साथ विनय की पत्नी, उसके दोनों बेटे और मेरा छोटा बेटा भी था।
विशंभर त्यागी ने बताया, मेरा बेटा टाटा स्टील में पूरे हिंदुस्तान का बिजनेस देखता था। सिर्फ टाटा स्टील नहीं बल्कि 6 से 7 कंपनी जो घाटे में चल रही थीं उनको मुनाफे में लाया था।