भोपाल । कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढते मामलों को देखते हुए बैंक कर्मचारियों ने मांग की है कि बैंकों को छह दिन के जगह पांच दिन के लिए खोला जाए। साथ ही 50 फीसद कर्मचारियों की उपस्थिति में खोला जाए। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन ने कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए राजधानी सहित प्रदेश भर के बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। इसमें यूनियन के समंवयक वीके शर्मा ने कहा है कि कोरोना निरंतर बढ़ रहा है।
कोरोना ओमिक्रान वेरिएंट भी खतरा बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञ दो सप्ताह में कोरोना और बढ़ने की चेतावनी दे चुके हैं। बैंक कर्मियों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए प्रदेश सरकार सहयोग करे। शुरुआत में ही मध्य प्रदेश के सैकड़ों बैंक कर्मी इस संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। यदि कोरोना रोकथाम के उपाय नहीं किए गए तो बैंकों को कोरोना वायरस के संक्रमण का हाट स्पाट बनने से कोई नहीं रोक पाएगा। बैंक में लगातार आ रहे बैंक ग्राहकों से बैंक कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।
बैंकों को सप्ताह में छह दिन खोल कर रखा जा रहा है। हर दिन हजारों की संख्या में बैंक के ग्राहक बैंकों में आ जा रहे हैं। यदि बैंकों को छह दिन के जगह पांच दिन के लिए 50 फीसद कर्मचारियों की उपस्थिति में खोला जाए। यूनियन की अन्य मांगों में बैंकों में पांच दिन का सप्ताह किया जाए। बैंकों का कार्यालयीन समय सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक किया जाए।50 फीसद कर्मचारी अधिकारी आएं।
केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा बैंकर्स को कोरोना वारियर्स मान लिया गया है। अतः सभी बैंक कर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण बूस्टर डोज लगाना शुरू किया जाए। ऐसे क्षेत्र जहां पर बहुत सारी बैंक शाखाएं हैं उस क्षेत्र में कुछ चुनिंदा शाखाओं के माध्यम से बैंक के ग्राहकों को सेवाएं मुहैया कराई जाएं। बैंक शाखाओं में बैंक ग्राहकों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन की सहायता मिले आदि मांगे शामिल है।