वन अधिकारियों के दो बैच इस अध्ययन दौरे पर जाएंगे। इसमें कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य शामिल होंगे। दोनों बैच के लिए एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ एल. कृष्णमूर्ति समन्वयक होंगे। प्रथम अध्ययन दल 23 नवंबर तक अध्ययन करेगा। दूसरा दल 25 से 30 नवंबर तक अध्ययन करेगा।
पहले बैच में ये शामिल
पहले बैच के अध्ययन दल में टीम प्रभारी आईएफएस अमित कुमार दुबे एवं फील्ड डायरेक्टर संजय टाइगर रिजर्व के नेतृत्व में उप संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, डीएफओ शहडोल उत्तर, उमरिया, मंडला पश्चिम और सीधी वन संभाग के साथ एक-एक रेंज अधिकारी कान्हा, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, शहडोल उत्तर, उमरिया, मंडला पश्चिम और सीधी वन संभाग, पशु चिकित्सक संजय टाइगर रिजर्व के अधिकारी शामिल रहेंगे।
दूसरे बैच में ये जाएंगे
वहीं 25 से 30 नवम्बर तक अध्ययन के लिए जाने वाले दूसरे बैच में टीम प्रभारी डॉ. अनुपम सहाय आईएफएस एवं फील्ड डायरेक्टर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के नेतृत्व में डिप्टी डायरेक्टर संजय टाइगर रिजर्व, कान्हा टाइगर रिजर्व बफर, डीएफओ शहडोल दक्षिण, मंडला पूर्व, कटनी, अनूपपुर वन संभाग, एडीजी संजय टाइगर रिजर्व, एसडीओ शहडोल दक्षिण, मण्डला पूर्व, कटनी, अनूपपुर वन संभाग, एक-एक रेंज अधिकारी संजय टाइगर रिजर्व, शहडोल दक्षिण, मंडला पूर्व, कटनी, अनूपपुर वन संभाग और पशु चिकित्सक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व शामिल रहेंगे।
अम्बाडे ने क्षेत्रीय संचालक, संजय टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, कान्हा टाइगर रिजर्व और वन मंडल अधिकारी उत्तर शहडोल, उमरिया, पश्चिम मंडला, पूर्व मंडला, सीधी, दक्षिण शहडोल, कटनी और अनूपपुर वन मंडल को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
एक्शन मोड में वन विभाग
गौरतलब है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के बाद वन विभाग फिलहाल एक्शन मोड में है। इसी सिलसिले में वन विभाग ने वन्य प्राणी क्षेत्रों में गश्त तेज करने और अवैध शिकार करने वालों पर कार्रवाई के लिए 'ऑपरेशन वाइल्ड ट्रैप' चलाने का भी फैसला किया है। यह अभियान आगामी 1 दिसंबर से शुरू होकर 31 जनवरी, 2025 तक चलेगा।