जबलपुर । भेड़ाघाट चौराहे के पास पायल ज्वेलर्स के काउंटर से दिन दहाड़े आभूषण से भरा थैला चुराने के आरोपित ओडिशा के निकले। आरोपितों ने मंडला जिले में किराए पर घर लिया। वहां से जबलपुर आकर रैकी की। उसके बाद 27 सितंबर को सराफा व्यापारी मनोज सोनी की दुकान चोरी की।
वारदात के बाद आरोपितों ने कुछ आभूषणों को किराए पर लिए घर में और कुछ आभूषण को जंगल में गड्ढा खोदकर छिपा दिए। कुछ आभूषण अपने साथ ओडिशा ले गए।
पुलिस ने इस गैंग के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित सुरेश दास, ओडिशा के गंजाम जिले के आस्का थाना क्षेत्र के ग्राम पाकलापल्ली का निवासी है।
बरगी सीएसपी सुनील नेमा ने बताया कि घटना के बाद सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई। संदिग्धों के जैसे हुलिए वाले चार युवक दो अलग-अलग मोटरसाइकिल से मंडला की ओर जाते दिखे। इन तक पहुंचने के लिए लगभग सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।
कवर्धा में संदिग्धों के संबंध में पूछताछ के बाद ओडिशा पुलिस से सहायता मांगी गई। संदिग्धों के ओडिशा के आस्का थाना क्षेत्र के होने का पता चला।
जबलपुर पुलिस ने आरोपितों के घर पहुंची, लेकिन उन्हें भनक लग गई थी। एक आरोपित सुरेश पकड़ में आया। अन्य तीन भाग गए।
आरोपित शातिर है। पुलिस को बचकर वारदात करने और चकमा देने के लिए मंडला जिले के एक गांव में किराए पर घर लिया। वारदात के बाद चारों आरोपित किराए के घर पर पहुंचे। चुराए गए थैले से कुछ आभूषण निकालें, जिसे वह अपने साथ ओडिशा ले गए।
शेष आभूषण से भरा थैला किराए के मकान में गड्डा करके छिपा दिया। फिर ओडिशा चले गए। आरोपियों ने तय कि कुछ समय बाद जब जांच ठंडी पड़ जाएगी तो वापस आकर जमीन से आभूषण उखाड़ेंगे और उसे बेचकर रुपयों का आपस में बंटवारा कर लेंगे। उसके पहले एक आरोपित पकड़ा गया।