नई दिल्ली/ भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में आत्म-निर्भर भारत के निर्माण के संकल्प के साथ हम अगले 25 वर्षों के भारत की बुनियाद रख रहे हैं। "पी.एम. गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान" भारत के इसी आत्म बल और आत्म-विश्वास को आत्म-निर्भरता के विजन तक ले जाने वाला है।
यह प्लान 21वीं सदी के भारत को गति एवं शक्ति देगा। "नेक्स्ट जनरेशन इन्फ्रास्ट्र-क्चर और मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी" से देश को गति शक्ति मिलेगी। अधोसंरचना से जुड़ी सरकारी नीतियों में योजना निर्माण से लेकर क्रियान्वयन कर तक को यह प्लान गति देगा। सरकार के प्रोजेक्ट समय-सीमा में पूरे हों, इसके लिए यह प्लान सही जानकारी और सटीक मार्ग-दर्शन प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज प्रगति मैदान दिल्ली में आयोजित "प्रधानमंत्री
गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान" कार्यक्रम
में मिंटो हॉल, भोपाल से
वर्चुअली सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिंटो हाल में राज्य स्तरीय "कॉन्फ्रेंस
ऑन मल्ट इन्फ्रा-स्ट्रक्चर कनेक्टिविटी" का शुभारंभ भी किया। मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगाँव, प्रमुख सचिव
उद्योग संजय शुक्ला सहित अन्य अधिकारी, उद्योगपति
तथा व्यापार जगत के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
21वीं सदी का भारत पुरानी सोच को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ रहा है
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि गति शक्ति के इस महाभियान के केन्द्र में भारत के लोग, भारत के
उद्योग-व्यापार जगत, निर्माता,
किसान और भारत के गाँव हैं। यह भारत की वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए 21वीं सदी
के भारत के निर्माण को नई ऊर्जा देगा और अवरोधों को दूर करेगा। आज 21वीं सदी
का भारत सरकारी व्यवस्थाओं की पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है।
आज का मंत्र है 'विल फॉर प्रोग्रेस, वर्क फॉर प्रोग्रेस, प्लान फॉर प्रोग्रेस, प्रिफ्रेंस फॉर प्रोग्रेस। अर्थात विकास की इच्छा-शक्ति, विकास के लिये कार्य, विकास के लिये योजना तथा विकास के लिए प्राथमिकता। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हमने परियोजनाओं को तय समय-सीमा में पूरा करने का वर्क कल्चर विकसित किया है। इस मास्टर प्लान को आधार बनाकर गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। इससे गुणवत्तायुक्त अधोसंरचना के निर्माण तथा नई आर्थिक गतिविधियों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में विकास के महाभियान में जुटा है मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन, कल्पनाशील
मस्तिष्क, विकास की
ललक, रोडमैप तैयार
करना और उस पर पूरी ताकत से पूरे देश को चलाना, सचमुच अद्भुत है। वे एक नया भारत गढ़ रहे हैं। विकास के इस महा अभियान में मध्यप्रदेश पूरी ताकत से जुटेगा। मध्यप्रदेश तत्काल पी.एम. गति शक्ति
नेशनल मास्टर प्लान से जुड़ने का फैसला करता है।
टैक्सपेयर के एक-एक पैसे का सही उपयोग हो यह दायित्व सरकारों का भी है और अधिकारियों का भी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि विकास के लिए सामूहिक शक्ति और एकजुटता से ताकत लगाने की आवश्यकता है। विभिन्न विभागों की गतिविधियों में परस्पर समन्वय जरूरी है। टैक्सपेयर के एक-एक पैसे का कैसे सही उपयोग हो, यह दायित्व सरकारों का और अधिकारियों का भी है। अत: हम प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलेंगे और मध्यप्रदेश सामूहिक शक्ति का प्रदर्शऩ करेगा।
सरकार का मतलब हम सब है, केवल मुख्यमंत्री और अधिकारी नहीं। जन-भागीदारी के मॉडल पर प्रदेश में कई अभियान संचालित किए गए हैं। इन्फ्रा-स्ट्रक्चर के विकास के अनेक कार्य प्रदेश में किए जा रहे हैं। समय–सीमा में काम पूरे हों, गुणवत्तापूर्ण कार्य हों, सामंजस्य के साथ काम हों, सारे प्रयास एक दिशा में हों, जिससे समय भी बचे और पैसा भी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मल्टी मॉडल इन्फ्रा-स्ट्रक्चर कनेक्टिविटी के अंतर्गत हम सब विकास के पार्टनर हैं। बिना निजी क्षेत्र को जोड़े विकास संभव नहीं है। सरकारी शब्द के लिए बने माइंड सेट बदलने की जरूरत है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जो दिशा दिखाई है, उस पर मिल-जुलकर चलते हुए हम अपनी सृजनात्मक क्षमता का उपयोग कर मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाएंगे।
-16 मंत्रालय तथा 200 प्रकार के
डाटाबेस होंगे 'गति शक्ति
नेशनल मास्टर प्लान' में
गति शक्ति एक डिजिटल प्लेटफार्म है जो एकीकृत योजना और बुनियादी ढांचा कनेक्टिविटी परियोजनाओं के समन्वित कार्यान्वयन के लिए रेल और सड़क मार्ग सहित 16 मंत्रालयों
को एकसाथ लाएगा। मूलत: गति शक्ति
में 200 प्रकार के
डाटाबेस होंगे, जिसमें जीआईएस प्राणाली द्वारा भौतिक सुविधाओं, जिला प्रशासन कार्यालयों, रेल, सड़क
और गैस लाइनों, स्वास्थ्य
और पुलिस जैसी सुविधाओं के साथ जल निकायों, आरक्षित
पार्कों तथा वनों जैसे संसाधनों को मैप किया जाएगा। इसके माध्यम से विभिन्न केन्द्रीय मंत्रालय एवं राज्य सरकारें बेहतर लॉजिस्टिक योजनाओं और कनेविटी से लाभान्वित हो सकेंगी।
-कार्यक्रम में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, पत्तन, पोत
परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, केन्द्रीय
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केन्द्रीय
ऊर्जा एवं नवकरणीय मंत्री राजकुमार सिंह और केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, आवास एवं
नगरीय विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी उपस्थित थे।