रोहतक । डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पैरोल पर जेल से रिहा होने पर जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं से उनकी जान को खतरा बताया गया है। आपको बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में उन्हें पैरोल पर रिहा किया गया था। अब उन्हें शीर्ष स्तरीय सुरक्षा कवर देने का हरियाणा सरकार का फैसला आया है।
पूर्व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और दो डेरा शिष्यों के बलात्कार के मामले में वर्तमान में आजीवन कारावास की सजा काट रहे राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से 21 दिन की छुट्टी पर 7 फरवरी को रिहा किया गया था। इस मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने 2017 में राम रहीम को दोषी ठहराया था। पैरोल मिलने के बाद राम रहीम रोहतक जेल से लग्जरी कार में कड़ी सुरक्षा के बीच शाम पांच बजे गुरुग्राम पहुंचे थे। छह गाड़ियों के काफिले में पुलिस की गाड़ियां भी शामिल थी।
राम रहीम जिस गाड़ी में सवार थे, उसके शीशों पर काले पर्दे लगाए गए थे। गाड़ी सीधे आश्रम के अंदर पार्किंग में जाकर रुकी थी। आश्रम का गेट बंद होने के बाद ही उन्हें गाड़ी से नीचे उतारा गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया था कि अनुयायियों ने फूल बरसाकर राम रहीम का स्वागत किया था। इस दौरान केक भी कटवाने की चर्चा थी। सरकार सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किए गए व्यापक खतरे के आकलन के आधार पर किसी व्यक्ति को सुरक्षा विवरण प्रदान करती है। भारत में एक्स, वाई, वाई-प्लस, जेड और जेड-प्लस की सुरक्षा दी जा जाती है।
अंतिम श्रेणी सबसे ऊंची है। देश में केवल सबसे महत्वपूर्ण लोगों को यह सुरक्षा दी जाती है। इन श्रेणियों के अलावा एसपीजी (विशेष सुरक्षा समूह) कवर केवल प्रधानमंत्री और उनके परिवार परिवार के लिए है। जेड-प्लस श्रेणी के लोगों को मोबाइल सुरक्षा के लिए 10 और निवास सुरक्षा के लिए दो सुरक्षाकर्मी मिलते हैं। जेड-प्लस स्तर की सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड कमांडो द्वारा प्रदान की जाती है।