नई दिल्ली । एक तरफ यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध चल रहा है, दूसरी ओर सोशल मीडिया पर अलग जंग छिड़ी है। यूक्रेन मामले पर भारत ने किसी का पक्ष नहीं लिया है। पश्चिमी देश चाहते हैं कि भारत रूस के खिलाफ खड़ा हो। उसने यह बात आधिकारिक तौर पर तो नहीं कही, मगर दूसरी तरह से ऐसा दबाव बना रहा है। कुछ दिन पहले एक ब्रिटिश पत्रकार ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्टैंड की आलोचना की थी।
एक ब्रिटिश सांसद को लगा कि यूके भारत को जो 55.3 मिलियन पौंड की मदद देता है, वह बंद कर देनी चाहिए। दोनों ने अपने जज्बात सोशल मीडिया पर जाहिर किए हैं। इस पर भारतीयों ने उन्हें ऐसा घेरा कि उन्होंने चुप्पी साध ली। बात यहीं नहीं रुकी। अब यूजर्स खोद-खोदकर यूके का काला चिट्ठा सामने रख रहे हैं। अंग्रेजों को याद दिलाया जा रहा है कि उन्होंने भारत जैसे कई देशों को लूटकर अपना खजाना भरा है, इस लिए उन्हें ज्यादा इतराना नहीं चाहिए।
ट्विटर पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें ब्रिटिश म्यूजियम की तुलना भारत के चोर बाजारों से की गई है। इसी के नीचे एक और मीम है, जिसमें चोर बाजार को 144 पिक्सेल और ब्रिटिश म्यूजियम को 4के रेजोल्यूशन बताया गया है। तंज अंग्रेजों पर जिन्होंने उपनिवेशों को जमकर लूटा और अपना खजाना भरते गए। एक और टाइमलेस ट्वीट है जो अक्सर भारतीयों और अंग्रेजों के बीच किसी भी बहस में आ जाता है।
वह क्या चीज है जो ब्रिटिश लगती है पर है नहीं? ब्रिटिश म्यूजियम में रखी चीजें। कुछ यूजर्स ने कहा कि ब्रिटिश म्यूजियम को गूगल मैप्स पर 'चोर बाजार' के नाम से टैग करना चाहिए। आप भी देखिए कैसे ट्विटर पर हो रही है इंग्लिश प्राइड की धुलाई। भारत को अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुए 75 साल होने को हैं। 200 साल तक गुलामी की जंजीरों में जकड़ा रहा भारत साल-दर-साल दरिद्र होता गया। कारण- अंग्रेजों की बंपर लूट। मशहूर कोहिनूर हीरा अंग्रेजो के कब्जे में है। अंग्रेजों ने भारत से कितना लूटा, इसे लेकर एक स्टडी हुई थी। एक आंकड़ा दिया गया कि अंग्रेज भारत से 45 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति लूट ले गए। यह बस भारत से लूटी गईं चीजों के अनुमानित दाम हैं। अंग्रेजों ने बहुत सारे और देशों पर भी राज किया और उन्हें कंगाल बनाकर छोड़ा।
ब्रिटिश म्यूजियम में क्या-क्या भारतीय है इसकी बात करें तो भगवान हरिहर की प्रतिमा, सुल्तानगंज बुद्ध, टीपू सुल्तान की निजी वस्तुएं, महाराण रणजीत सिंह का मुकुट, शाहजहां का शराब का प्याला, अमरावती मार्बल्स, होजला कलाकृतियां, प्राचीन भारत की कई प्रतिमाएं, ऐतिहासिक महत्व की अन्य बेशकीमती चीजें, दुर्लभ पेंटिंग्स, दुर्लभ और महंगे जवाहरात आदि। भारत ने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में किसी का पक्ष नहीं लिया है। उसका ध्यान अपने नागरिकों को संघर्ष क्षेत्र से निकालने पर है। संयुक्त राष्ट्र में जब-जब इस मामले पर मतदान हुआ, भारत उससे दूर रहा। इससे अमेरिका, यूके समेत ज्यादातर पश्चिमी देश बिदके हुए हैं। उनका फ्रस्ट्रेशन सोशल मीडिया पर दिखाई दे रहा है।