ब्रिटेन में इस्लामी प्रचारक अंजेम चौधरी को उम्रकैद:आंतकी संगठन चलाने का दोषी पाया गया

Updated on 31-07-2024 01:57 PM

ब्रिटेन में इस्लामी कट्टरपंथी नेता अंजेम चौधरी को आजीवन कैद की सजा सुनाई गई है। वूलविच क्राउन कोर्ट ने बीते सप्ताह अंजेम चौधरी को नफरती भाषणों के जरिए लोगों को उकसाने और आंतकी संगठन अल-मुहाजिरोन (ALM) को चलाने के लिए दोषी पाया था।

ब्रिटिश अदालत ने कहा कि अंजेम चौधरी एक आतंकी संगठन चलाता है जिसका मकसद हिंसक तरीकों से शरिया कानून को पूरी दुनिया में फैलाना है। अल-मुहाजिरोन को एक दशक पहले ही ब्रिटेन में बैन कर दिया गया था। इसके बावजूद वह अलग-अलग नामों से इस संगठन को चला रहा था।

 अंजेम जब तक 85 साल का नहीं हो जाता तब तक उसे जेल में ही रहना होगा। इसका मतलब है कि 57 साल के अंजेम को 28 सालों तक जेल की सजा काटनी होगी।

2024 में अल-मुहाजिरोन का चीफ बना अंजेम
अंजेम चौधरी शुरुआती दिनों से ही अल-मुहाजिरोन के प्रमुख सदस्यों में से रहा है। संगठन पर दर्जनों आतंकी घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है। इससे जुड़े आतंकियों ने ब्रिटेन के अलावा बाकी देशों में भी आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था।

अंजेम चौधरी साल 2014 में अल-मुहाजिरोन का चीफ बना था। दरअसल इस संगठन के चीफ रहे उमर बकरी मोहम्मद को लेबनाम में जेल भेज दिया गया था, जिसके बाद उसने संगठन की कमान संभाली थी।

अंजेम को आतंकवाद के लिए 2016 में सीरिया में इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों की मदद करने के लिए साढ़े पांच साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन आधी सजा काटने के बाद उसे 2018 में रिहा कर दिया गया था। जेल से बाहर निकलने के बाद अंजेम ने व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर फॉलोअर्स को तकरीर देना शुरू किया।

जिहाद की बातें करता था, एजेंसियों ने पकड़ा
पाकिस्तानी मूल के अंजेम अपनी तकरीरों में फॉलोअर्स से जिहाद की बातें करता था और उन्हें हिंसा के लिए उकसाता था। इसी दौरान उसकी तकरीर को अमेरिका और कनाडा की एजेंसियों ने ट्रैक करना शुरू किया। 2022 में चौधरी ने एक ऑनलाइन व्याख्यान में कहा था कि जिहाद मुसलमानों का दायित्व है।

उसे अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा की एजेंसियों ने मिलकर अंडरकवर जांच के बाद कनाडा के हीथ्रो एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था। तब उस पर आरोप लगा था कि वह अमेरिका और कनाडा में झूठे नाम से जिहाद के लिए लोगों की भर्ती करा रहा है।

9/11 हमले की तारीफ की थी, शाही महल को मस्जिद बनाना चाहता था
अंजेम ने पहली बार 9/11 के हमलों के बाद सुर्खियां बटोरी थीं। तब उसने इसे ‘इतिहास का सबसे बड़ा दिन’ कहा था और आतंकियों की तारीफ की थी। उसने ये भी कहा था कि वो ब्रिटिश राजमहल बकिंघम पैलेस को मस्जिद में बदलना चाहता है।

अंजेम चौधरी का जन्म 16 जनवरी 1967 को लंदन में हुआ था। उसके माता-पिता 1947 में बंटवारे के बाद पाकिस्तानी के पंजाब से ब्रिटेन आ गए थे। अंजेम ने कानून की पढ़ाई करने के साथ ही मेडिसिन की पढ़ाई की। वह आगे जाकर एक वकील बना। 90 के दशक में वह कट्टरपंथी विचारधारा वाले लोगों से जुड़ा और बकरी मोहम्मद के साथ अल-मुहाजिरोन की स्थापना की।



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