भोपाल । लंबे से समय से फरार चल रहे जबलपुर शहर के सफेदपोश भूमाफिया दीन मोहम्मद उर्फ डीएम मंसूरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। इस आरोपी के खिलाफ कुल सात प्रकरण दर्ज है, जिनमें पुलिस को इसकी तलाश थी। आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम एनएसए के तहत भी कार्रवाई की गई है। अधारताल थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा ने बताया कि दीन मोहम्मद उर्फ डीएम मंसूरी के खिलाफ दुष्कर्म, कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी करना, मारपीट समेत सात प्रकरण दर्ज होकर न्यायालय में विचाराधीन हैं। अधारताल थाना में दर्ज धोखाधड़ी समेत अन्य प्रकरणों में वह फरार था, जिसकी तलाश की जा रही थी।
पूर्व में उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई थी, परंतु उसकी आदतों में सुधार नहीं हुआ। उसके स्वच्छंद विचरण से मानव जीवन के खतरे को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने एनएसए प्रतिवेदन तैयार करने के निर्देश दिए थे। मंसूरी के खिलाफ एनएसए प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय भेजा गया था। जिस पर सहमत होते हुए जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने एनएसए वारंट जारी कर उसे केंद्रीय जेल में निरुद्ध कराने के निर्देश दिए थे। इधर, धोखाधड़ी के प्रकरणों में फरार होने के कारण उसकी तलाश की जा रही थी। एक अन्य मामले में उधारी चुकाने के विवाद के चलते घर में घुसकर एक युवक के साथ मारपीट कर दी गई।
मदनमहल थाने में शिवमंदिर कंपाउंड तालाब के समीप निवासी मनीष ठाकुर 45 वर्ष की शिकायत पर एफआइआर दर्ज की गई। मदनमहल पुलिस ने बताया कि मनीष ने कुछ समय पहले हिमांशु यादव उर्फ लकी तथा राधेश्याम बंजारा से पारिवारिक जरूरतों के कारण दो लाख रुपये उधार लिए थे। मनीष ने उन्हें दो लाख रुपये वापस कर दिए थे। परंतु लकी व राधेश्याम का कहना था कि उन्हें रकम नहीं लौटाई गई। जिसके चलते उनमें विवाद होने लगा था। राधेश्याम ने मनीष ठाकुर के घर में घुसकर लकी के साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। दोनों के विरुद्ध एससी एसटी एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज की गई है।बुधवार को मुखबिर की सूचना पर डीएम मंसूरी को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी उपरांत एनएसए वारंट की तामीली कराते हुए उसे जेल भेज दिया गया है।