भोपाल : नवरात्रि के दौरान कई कन्यायें और मातृशक्तियाँ उपवास रखती हैं। इसलिए गरबा खेलते समय कई बार उनका ऊर्जा स्तर बहुत कम हो जाता है। जिससे उन्हें थकान, कमजोरी, कमर दर्द, जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों के दर्द या चक्कर आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे न केवल त्योहार का मजा किरकिरा हो जाता है बल्कि दैनिक जीवन के कार्यकलाप भी प्रभावित होते हैं। इसलिए नवरात्रि और खासतौर पर गरबा खेलते समय अपने ऊर्जा स्तर का खास खयाल रखें।
ये बात देश-दुनिया के जाने-माने होम्योपैथिक चिकित्सक और भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी ने विशेष चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि गरबा के दौरान पसीने के जरिये हमारे शरीर का काफी पानी यूज हो जाता है। इसलिए कई बार गरबा खेलने वाले डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं। इसलिए साधारण पानी, एनर्जी ड्रिंक्स, नारियल पानी अथवा फलों के जूस आदि के जरिए अपने शरीर में पानी की मात्रा मेंटेंन करें। शुगर और बीपी पेशेंट्स को विशेष रूप से सावधानी रखने की जरूरत है।
डॉ. ए.के. द्विवेदी के अनुसार : *ये उपाय भी कारगर है : * गरबा खेलने से पहले स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कीजिये। * गरबा खेलने के बाद समय निकालकर थोड़ी देर सेतुबंध आसन और सर्वांगासन (या अर्धसर्वांगासन) तथा शवासन जरूर कीजिए। इससे न केवल दर्द से छुटकारा मिलेगा अपितु थकान भी दूऱ होगी। * हल्दी युक्त गर्म दूध और गुड़ का सेवन करें। * उपवास करने वालों को पर्याप्त मात्रा में ड्राई फ्रूट्स जरूर लेने चाहिये। इससे एनर्जी लेवल बना रहेगा। * दर्द नियंत्रण से बाहर हो रहा हो तो चिकित्सक की सलाह पर होम्योपैथिक अथवा अन्य दवायें भी ली जा सकती हैं। * वायरल बुखार और कमजोरी से बचाव के लिए अपने चिकित्सक से सलाह लेकर विटामिन डी एवं सी, बीसी की जाँच भी करानी चाहिए।