भोपाल । राजधानी के आसपास के जिलों से सस्ती शराब लाकर बेचने वाले एक पूर्व मैनेजर को पुलिस दबौचा है। तस्करी करने वाला शख्स पूर्व में एक शराब दुकान पर ही मैनेजर की नौकरी करता था। मैनेजर ने नौकरी छोड़कर खुद लग्जरी कार से शराब की तस्करी शुरू कर दी थी। शराब के इस अवैध कारोबार में शख्स एक महिला और दोस्त को साथ ले लिया था। वे आसपास के जिलों से सस्ते में शराब लाकर महंगे दाम पर बेचते थे। महिला को साथ रखने का कारण सिर्फ इतना था कि पुलिस नाकेबंदी के दौरान भी कार को रोकती नहीं थी। पुलिस ने तीन आरोपितों के खिलाफ आबकारी एक्ट में प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
उनके पास से करीब 80 लीटर शराब बरामद की और कार को भी जब्त कर लिया गया है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक सूचना मिली थी कि बागसेवनिया इलाके से एक लग्जरी कार से शराब तस्करी हो रही है। इस पर क्राइम ब्रांच ने अपनी दो टीमों को मौके पर भेजकर घेराबंदी की। जैसे ही कार दिखी तो उसे रोकने का इशारा किया गया। कार रुकते ही चालक की पहचान जसवंत सिंह उर्फ संतू (45) निवासी चंचल कालोनी सोनागिरी पिपलानी के रूप मे हुई। उसके बगल में गादीपुरा राम मंदिर पिपलानी निवासी 30 वर्षीय पूनम लोधी व पीछे की सीट पर ओल्ड अशोका गार्डन निवासी 38 वर्षीय कुलदीप सिंह चौहान बैठे हुए थे।
कार की तलाशी में सात पेटी अंग्रेजी शराब (कुल 84 बोतल) व एक बैग में 96 क्वार्टर मिले। इस पर तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि जसवंत पहले शराब दुकान में मैनेजर था। यह काम छोड़कर शराब की तस्करी करने लगा था। वह अपने साथियों को इसलिए साथ रखता था ताकि पुलिस समझे की मंहगी कार में सवार लोग एक परिवार हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे मंडीदीप से सस्ते में शराब भोपाल लेकर आते थे। इन्हें एक पेटी पर एक हजार रुपये का मुनाफा हो रहा था।