भोपाल । मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी मानक अग्रवाल की कांग्रेस में वापसी हो गई है। मंगलवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उनके घर वापसी की घोषणा कर दी है। अग्रवाल का निष्कासन रद्द कर दिया है। अग्रवाल ने कांग्रेसी सदस्यता फिर से ग्रहण कर ली है। निष्कासन रद्द करने के लिए शीर्ष नेतृत्व ने दखल दिया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार मानक अग्रवाल की कांग्रेस में वापसी हो सकी है।
अग्रवाल को कांग्रेस कमलनाथ का विरोध करना भारी पड़ गया था। इसके लिए उन्हें छह साल के लिए मार्च 2021 में निष्कासित किया था। उन्होंने हिंदू महासभा के बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल करने पर विरोध जताया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि कमलनाथ को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह गोडसे की विचारधारा के साथ हैं या गांधी जी की विचारधारा के साथ। इसके बाद यह मामला अनुशासन समिति को गया। समिति ने अग्रवाल को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। इस दौरान कांग्रेस में काफी घमासान हुआ था। मानक अग्रवाल के अलावा अन्य नेताओं ने भी चौरसिया के पार्टी में शामिल पर आपत्ति ली थी। लेकिन सार्वजनिक रूप से सामने आने के कारण अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।