सवाल: पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय और अब के बीच RSS की स्थिति कैसे बदली है?
नड्डा: शुरू में हम अक्षम होंगे। थोड़ा कम होंगे। तब RSS की जरूरत पड़ती थी। आज हम बढ़ गए हैं और सक्षम हैं तो BJP अपने आप को चलाती है। यही अंतर है।
सवाल: भाजपा की मथुरा और काशी में विवादित स्थलों पर मंदिर बनाने की कोई योजना है?
नड्डा: भाजपा के पास ऐसा कोई विचार, योजना या इच्छा नहीं है। इस पर अभी तक कोई चर्चा भी नहीं हुई। हमारा सिस्टम इस तरह से काम करता है कि पार्टी की विचार प्रक्रिया पार्लियामेंट्री बोर्ड में चर्चा से तय होती है। फिर मुद्दा नेशनल काउंसिल के पास जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैसला किया है कि पार्टी का ध्यान गरीबों, शोषितों, दलितों, महिलाओं, युवाओं, किसानों और समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों पर होगा। इनको मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए और सशक्त बनाया जाना चाहिए। हमें उन्हें मजबूत करना होगा।
सवाल: योगी आदित्यनाथ और हिमंता बिस्वा सरमा जैसे भाजपा नेता अपने चुनाव अभियान भाषण में काशी और मथुरा में मंदिरों की बात करते हैं। इस पर क्या कहेंगे?
नड्डा: भाजपा ने राम मंदिर की मांग को अपने पालमपुर संकल्प (जून 1989 के) में शामिल किया था। लंबे संघर्ष के बाद मंदिर बन गया। यह हमारे एजेंडे में था। कुछ लोग भावुक होकर दूसरे मुद्दों पर बात करने लगते हैं। हमारी पार्टी एक बड़ी पार्टी है और हर नेता की बात करने की एक शैली होती है।