भोपाल : सिकल सेल भारत में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है जो मुख्य रूप से आदिवासी आबादी को प्रभावित करती है। इसमें लाल रक्त कोशिकाओं का आकार असामान्य रूप से अर्धचंद्राकार होता है, जो ऊतकों को ऑक्सीजन की आपूर्ति में बाधा डालता है और बहु अंग विफलता को उत्पन्न करता है। भारत सरकार ने 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने के उद्देश्य से अपने केंद्रीय बजट 2023-24 में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की घोषणा की है। इस मिशन में विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकारों के सहयोगी प्रयासों से सिकल सेल से सम्बंधित जागरूकता फैलाने, प्रभावित जनजातीय क्षेत्रों में 0-40 वर्ष के आयुवर्ग के 7 करोड़ लोगों की यूनिवर्सल स्क्रीनिंग और समग्र देखभाल शामिल है।
सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन हस्तक्षेप को समय पर और कुशल कार्यान्वयन हेतु तकनीक के उपयोग द्वारा निगरानी की आवश्यकता है। इसके लिए भारत सरकार द्वारा सिकल सेल राष्ट्रीय पोर्टल विकसित किया गया है, यह राज्यों को मिशन के कार्यान्वयन की प्रगति को वास्तविक समय पर ट्रैक करने, दक्षता और परिणामों में सुधार के लिए डेटा-संचालित निर्णय लेने में मदद करता है। सिकल सेल नेशनल पोर्टल में संकेतकों का एक डैशबोर्ड, विभिन्न स्तरों पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए उपयोग अकाउंट बनाने, लाभार्थी डेटा और विभिन्न एमआईएस रिपोर्टों को संपादित करने और डाउनलोड करने की सुविधा उपलब्ध है। इस पोर्टल के माध्यम से, नागरिक अपना सिकल प्रमाण पत्र डाउन लोडकर सकते हैं, सिकल सेल रोग से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जिससे स्वास्थ्य देखभाल तक उनकी पहुंच आसान हो सके और सिकल सेल रोगग्रसित लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
देश में, राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के प्रभावी क्रियान्वयन, रोकथाम और प्रबंधन के लिए परिचालन दिशानिर्देश तैयार किए गये हैं। यह दिशा निर्देश, राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन को समय पर और कुशल रूप से लागू करने हेतु राज्यों को रणनीतिक दिशा प्रदान करेंगे। यह दिशा-निर्देश तीन स्तंभों पर ध्यान केंद्रित करते हैं ,जो 1. जागरूकता सृजन और विवाह पूर्व परामर्श के माध्यम से प्राथमिक रोकथाम, 2. यूनिवर्सल स्क्रीनिंग और प्रारंभिक निदान के माध्यम से रोकथाम और3. समग्रप्रबंधन और देखभाल की निरंतरता हैं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने विषय विशेषज्ञों की समिति की मदद से आयुष्मान भारत – हैल्थ एवं वैलनेस केंद्रों (एबी-एचडब्ल्यूसी) में प्राथमिक स्वास्थ्यकर्मियों के क्षमतावर्धन के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल भी तैयार किए हैं। जिसमें सिकल सेल रोग के रोकथाम के लिए, प्रारंभिक निदान से लेकर समग्र प्रबंधन तक के समस्त संबंधित पहलुओं को शामिल किया गया है। इन लक्षित प्राथमिक स्वास्थ्यकर्मियों में – चिकित्सा अधिकारी (एम.ओ), सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सी.एच.ओ), स्टाफनर्स, एम.पी.डब्ल्यू (पुरुष / महिला) और आशा शामिल हैं।
चिकित्सा अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल सिकल सेल रोग की रोकथाम और व्यापक देखभाल के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य टीम का नेतृत्व करने पर केंद्रित है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल सब सेंटर – हेल्थ एवं वैलनेस केंद्र में रोकथाम और सिकल सेल रोग देखभाल हस्तक्षेपों को लागू करने के लिए नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने पर केंद्रित है। स्टाफ नर्स के लिए प्रशिक्षण मैनुअल जागरूकता सृजन, स्क्रीनिंग, प्रारंभिक निदान, उपचार शुरू कराना और देखभाल की निरंतरता को लागू करने में चिकित्सा अधिकारी का सहयोग करने पर केंद्रित है। एमपीडब्ल्यू (पुरुष/महिला) और आशा के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल सिकल सेल रोग जागरूकता गतिविधियों को शुरू करने और शीघ्र रेफरल और फॉलोअप करने के लिए एमपीडब्ल्यू(पुरुष/महिला) और आशा की क्षमता के निर्माण पर केंद्रित है।
जनजातीय कार्यमंत्रालय और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मिलकर राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत जागरूकता मॉड्यूल विकसित किए हैं। ये मॉड्यूल गैर-स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, माता-पिता और शिक्षकों पर केंद्रित हैं। गैर-स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर जागरूकता मॉड्यूल सिकल सेल रोग की रोकथाम और स्क्रीनिंग के महत्व पर प्रकाश डालता है। माता-पिता के लिए जागरूकता मॉड्यूल उन्हें सिकल रोग की जांच, प्रारंभिक पहचान, सिकल सेल रोग वाले बच्चे की रोकथाम और देखभाल करने में सक्षम बनाता है। शिक्षकों के लिए जागरूकता मॉड्यूल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के बीच सिकल सेलरोग से संबंधित रोकथाम जागरूकता पैदा करने और सिकल सेल रोगवाले बच्चों की देखभाल के लिए एक सहायता प्रणाली प्रदान करने पर केंद्रित है।
इसके साथ ही दोनों मंत्रालयों ने मिलकर प्री और पोस्ट काउंसलिंग, सिकल सेल लक्षणों एवं रोग वाली गर्भवती महिलाओं एवं सिकल सेल रोग से ग्रसित बच्चों के माता-पिता के लिए काउन्सलिंग मॉड्यूल भी विकसित किए हैं। यह मॉड्यूल स्क्रीनिंग के महत्व, रोकथाम के उपायों, परीक्षण के परिणामों की जानकारी, सामान्य परीक्षण परिणाम वाले व्यक्ति के लिए किए जानेवाले उपायों , विशेषता की स्थिति और बीमारी की स्थिति पर प्रकाश डालता है। लक्षण और बीमारी के साथ गर्भवती माताओं के लिए काउन्सलिंग मॉड्यूल गर्भावस्था के दौरान स्क्रीनिंग, प्रारंभिक निदान, प्रबंधन और देखभाल के महत्व पर प्रकाश डालता है और सिकल सेल रोग से ग्रसित बच्चों के माता-पिता के लिए काउन्सलिंग मॉड्यूल सिकल सेल रोग और विशेषता वाले बच्चों की देखभाल पर आधारित है।