भोपाल। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों से कहा कि कोरोना न फैले, यह हमारी पहली प्राथमिकता है। सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहें। बिना टीका लगवाए कोई भी व्यक्ति न रहे। ऐसे व्यक्ति को सड़क पर घूमने का अधिकार नहीं है। दूसरी डोज का टारगेट समय पर पूरा करें। वाराणसी से लौटने के बाद बुधवार को मंत्रालय में सभी मंत्रियों से प्रभार के जिलों में कोरोना नियंत्रण के प्रयासों की जानकारी ली और आक्सीजन प्लांट के निरीक्षण के बारे में पूछा। श्री चौहान ने कहा कि विभाग अपने बजट का उपयोग समय पर करें।
जो विभाग पैसा खर्च नहीं कर पाएंगे, उनके बजट का पैसा दूसरे विभागों को दे दिया जाएगा। केंद्र सरकार से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक राशि की मांग करें। हम भारत सरकार की अनेकों योजनाओं में नंबर वन हैं। हमारी कोशिश सभी योजनाओं में नंबर वन रहने की ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जैसे ही कोई नई स्कीम लांच हो, उस पर तत्काल हमारा ध्यान जाए। राजस्व संग्रहण के लिए अतिरिक्त कोशिश करें। प्रदेश के विकास का आधार राजस्व ही है। इसके संग्रहण की बैठक हर हफ्ते हो। बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी आध्यात्मिक ऊर्जा की स्रोत है।
काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर का निर्माण न केवल भव्य है बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का प्रतीक भी है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि वाराणसी से भविष्य के लिए नई प्रेरणा और नई ऊर्जा मिली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न् और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री ने विकास को नई दिशा दी है। इस बदलाव का अनुभव काशी में आकर होता है। आज भारत दसों दिशाओं में विकास कर रहा है। मुख्यमंत्री ने अयोध्या में श्रीरामलला जी के दर्शन किए, सरयू नदी के तट पर पूजा-अर्चना की और भगवान श्रीराम से देश एवं प्रदेशवासियों के लिए प्रार्थना की। बैठक में मुख्यमंत्री ने यह निर्देश भी दिए कि जैविक खेती को बढ़ावा दें।
मोटा अनाज, कोदो-कुटकी, ज्वार-बाजरा की फसलों के उत्पादन पर ध्यान दें। इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों में देरी न हो। गुणवत्तापूर्ण काम समय पर पूरा नहीं होने पर पैनल्टी लगाकर कार्रवाई की जाए। व्यापार, निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए प्रयास व स्वरोजगार उपलब्ध कराएं। विदेशी मुद्रा लाने के लिए निर्यात पर ध्यान दें। एक जिला-एक उत्पाद को लेकर काम करें। स्टार्टअप और आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना पर ध्यान देकर कार्य करें। पीएम गति शक्ति प्रोजेक्ट पर तेज गति से कार्य करें। आयुष्मान भारत योजना को प्रभावी बनाकर निजी अस्पतालों में लाभ दिलाएं। आइटीआइ को उद्योग के साथ जोड़ें।
कौशल विकास के क्षेत्र मे जरूरत के हिसाब से और तेजी से काम हो। भू-अधिकार योजना के अंतर्गत प्लाट देने का अभियान शुरू कर दें। रोड कनेक्टिविटी, पीने का पानी, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली के प्रयास तेज हों। आत्मनिर्भर परिवार बनाने की क्रांति लाएं। कोई भी व्यक्ति बुनियादी सुविधाओं से वंचित न रहे। राशन दिलाने के लिए पात्रों का बैंक में खाता भी हो। बीमा और पेंशन योजनाओं में जागरूकता बढ़ाएं। कुपोषण दूर करने के लिए स्वस्थ बच्चा स्पर्धा आयोजित करें। पीएम स्वनिधि में फोकस करें। कुछ बीमारियां तय कर विशेषज्ञ डाक्टरों के साथ उनके उपचार के लिए शिविर लगाए जाएं। पिछड़े जिलों के लिए आकांक्षी ब्लाक तय करें। लोक अदालतें ढंग से लगती रहें। इंदौर का लाइट हाउस प्रोजेक्ट ठीक ढंग से चलता रहे। प्रदेश में एक नई टाउनशिप बसाने के लिए काम करें। कृषि विश्वविद्यालय जैविक खेती का विषय जरूर पढ़ाएं। खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए सीएम और विधायक कप शुरू कराएं। प्रदेश में सैनिक स्कूल खोलने का कार्य करें। पीएम मत्स्य संपदा योजना में हम नंबर एक हैं। एक ही डेशबोर्ड पर सभी योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो सकें, इसके लिए कार्य करें। सीएम आवास योजना शहरी में गरीबों के मकान बनाने का कार्य पहले करें।