नई दिल्ली । सरकारी स्कूल के छात्रों को अब डिजिटल कक्षा की सुविधा मिलेगी। इससे स्कूल के अलावा घर पर कभी भी छात्र शिक्षक से पढ़ सकते हैं। इसका लाभ राज्य भर में नौवीं कक्षा में पढ़ रहे 13 लाख छात्रों को मिलेगा। इसकी तैयारी बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा शुरू कर दी गयी है। इसके लिए प्रदेश भर के 20 शिक्षकों की टीम बनायी गयी है। टीम में विषयवार शिक्षकों को रखा गया है। एक शिक्षक द्वारा संबंधित विषय के किसी एक चैप्टर का 45 मिनट का वीडियो रहेगा। इस वीडियो को स्कूल को भेजा जाएगा। इसके अलावा दीक्षा पोर्टल, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के साथ यू-ट्यूब चैनल पर रखा जाएगा, जिससे छात्र अपनी सुविधानुसार उसे देख सकें। ज्ञात हो कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा 2021 में दसवीं कक्षा के सभी विषयों की डिजिटल कक्षा तैयार की गयी थी। इसका फायदा मैट्रिक के परीक्षार्थियों को खूब हुआ है। सरकारी स्कूल के छात्रों को अब डिजिटल कक्षा की सुविधा मिलेगी। इससे स्कूल के अलावा घर पर कभी भी छात्र शिक्षक से पढ़ सकते हैं। इसका लाभ राज्य भर में नौवीं कक्षा में पढ़ रहे 13 लाख छात्रों को मिलेगा। इसकी तैयारी बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा शुरू कर दी गयी है। इसके लिए प्रदेश भर के 20 शिक्षकों की टीम बनायी गयी है। टीम में विषयवार शिक्षकों को रखा गया है। एक शिक्षक द्वारा संबंधित विषय के किसी एक चैप्टर का 45 मिनट का वीडियो रहेगा। इस वीडियो को स्कूल को भेजा जाएगा। इसके अलावा दीक्षा पोर्टल, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के साथ यू-ट्यूब चैनल पर रखा जाएगा, जिससे छात्र अपनी सुविधानुसार उसे देख सकें। ज्ञात हो कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा 2021 में दसवीं कक्षा के सभी विषयों की डिजिटल कक्षा तैयार की गयी थी। इसका फायदा मैट्रिक के परीक्षार्थियों को खूब हुआ है। शिक्षकों का वीडियो तैयार करना शुरू हो चुका है। नये सत्र से इसका फायदा छात्रों को मिलेगा। मार्च तक सभी विषयों के सभी चैप्टर का वीडियो बना कर तैयार कर लिया जाएगा। इसके बाद अप्रैल में सत्र शुरू होने पर वीडियो का लाभ मिल सकेगा। राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी किरण कुमारी ने कहा, ‘घर में रहते हुए छात्रों की पढ़ाई पूरी हो सके, इसके लिए डिजिटल कक्षाएं तैयार की जा रही हैं। यह कक्षा पूरी तरह स्कूल जैसी ही बनायी जा रही है। इसमें 45 मिनट के वीडियो में किसी एक चैप्टर को शिक्षक द्वारा पढ़ाया जाएगा।