इस्लामाबाद: इस साल अक्टूबर में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक मेजबानी करने जा रहे पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करेगा। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक निजी समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि इस्लामाबाद निश्चित रूप से भारतीय प्रधानमंत्री को क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करेगा। आसिफ का बयान कुछ मीडिया रिपोर्ट में अटकलों के बाद आया है, जिसमें कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण संबंधों के चलते पीएम मोदी आगामी एससीओ बैठक में भाग नहीं लेंगे।भारत के निमंत्रण की दिलाई याद
पाकिस्तानी रक्षा मत्री से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान भारतीय प्रधानमंत्री को एससीओ शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करेगा, तो उन्होंने कहा, 'हां, निश्चित रूप से इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए।' उन्होंने याद दिलाया कि भारत ने भी जुलाई 2023 में क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी करते समय तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को दिल्ली आमंत्रित किया था।
पाकिस्तान के सामने मजबूरी
रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि मेजबान देश राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित करने के बारे में चुनाव नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी सदस्य देश को निमंत्रण नहीं देना अनुचित है और एससीओ किसी भी मेजबान सदस्य के इस तरह के किसी भी कदम को स्वीकार नहीं करेगा। इस बीच एक दिन पहले ही पीएम मोदी की एससीओ बैठक में शामिल न होने को लगाई जा रही अटकलों का भारतीय विदेश मंत्रालय ने खंडन किया है।भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, हमने देखा है कि कई आउटलेट्स ऐसी खबरें चला रहे हैं कि पीएम (मोदी) पाकिस्तान में एससीओ की बैठक में भाग नहीं लेंगे या उनकी जगह विदेश मंत्री भाग लेंगे। विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है और इस संबंध में अटकल लगाने वाली खबरों से बचने का अनुरोध करेगा। बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि पाकिस्तान में एससीओ की बैठक में प्रधानमंत्री की भागीदारी के बारे में कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है।