प्रधानमंत्री मोदी अपने 2 दिवसीय रूस दौरे के बाद मंगलवार देर रात को ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना पहुंचे। जहां एयरपोर्ट पर उनका स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत हुआ। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी एयरपोर्ट से होटल रिट्ज-कार्लटन पहुंचे।
होटल पहुंचने पर उन्होंने भारतवंशियों से मुलाकात की। यहां उनके स्वागत में वंदे मातरम की धुन बजाई गई। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी स्टेट डिनर के लिए ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर से मिलने पहुंचे।
बुधवार 10 जुलाई को दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर चर्चा होगी। वे ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर वान डर बेले से भी मुलाकात करेंगे। वे वियना में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री का ये दौरा दो दिन का है। मोदी 41 साल बाद ऑस्ट्रिया जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले इंदिरा गांधी 1983 में ऑस्ट्रिया दौरे पर गई थीं।
स्टार्टअप ब्रिज को मिलेगी रफ्तार
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंध और गहरे होंगे। वहीं भारत-ऑस्ट्रिया स्टार्टअप ब्रिज को और भी रफ्तार मिलने की संभावना है। स्टार्टअप ब्रिज को इसी साल फरवरी में दोनों देशों ने ऑस्ट्रिया के श्रम और अर्थव्यवस्था मंत्री मार्टिन मार्टिन कोचर की भारत यात्रा के दौरान नई दिल्ली में शुरू किया था। इसका उद्देश्य भारत-ऑस्ट्रिया के बीच स्टार्टअप्स को लेकर ज्ञान और सहयोग को साझा करना है।
रूस ने मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया
रूस ने मंगलवार, 9 जुलाई को मॉस्को में पीएम नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' से नवाजा। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद उन्हें सम्मानित किया। ये सम्मान सबसे बेहतर काम करने वाले नागरिक या फिर सेना से जुड़े लोगों को दिया जाता है।
इससे पहले मोदी दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति पुतिन के साथ शिखर वार्ता में भी शामिल हुए। उन्होंने कहा, 'एक मित्र के तौर पर मैंने हमेशा कहा कि जंग के मैदान से शांति का रास्ता नहीं निकलता है। बम, बंदूक और गोलियों के बीच शांति संभव नहीं होती है। समाधान के लिए वार्ता जरूरी है।'
पीएम की इस बात के जवाब में पुतिन ने कहा, 'आप यूक्रेन संकट का जो हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं हम उसके लिए आपके आभारी हैं।' पीएम ने बातचीत के दौरान आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया और कहा कि आतंकवाद हर देश के लिए खतरा बना हुआ है।
मोदी रूस में 26 घंटे रहे, पुतिन के साथ 8 घंटे बिताए
मोदी ने दो दिवसीय दौरे पर रूस में 26 घंटे बिताए। इस दौरान पुतिन के साथ 7-8 घंटे रहे। दोनों नेताओं ने औपचारिक और अनौपचारिक चार मीटिंग कीं। प्राइवेट डिनर करने के अलावा उन्होंने साथ में लंच भी किया। रूसी राष्ट्रपति ने मोदी को गोल्फ कार्ट में घुमाया।