भोपाल । प्रदेश में पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 का आयोजन 8 जनवरी से 17 फरवरी 2022 तक दो पालियों में किया जा रहा है। इस परीक्षा में कुल 12 लाख 72 हजार 305 अभ्यर्थियों को प्रवेश-पत्र जारी किये गये हैं। गुरूवार 13 जनवरी तक 12 पालियों में 2 लाख 7 हजार 624 अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना था, जिसमें से 1 लाख 23 हजार 546 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। उपस्थिति का प्रतिशत लगभग 60 प्रतिशत रहा।
नियंत्रक, प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि 8 जनवरी को इंदौर शहर के इस्लामिया करिमिया कॉलेज सेंटर 1 में एक अभ्यर्थी के पास मोबाईल होने के कारण UFM प्रकरण दर्ज कर मोबाईल जप्त किया गया। इसी प्रकार 10 जनवरी को ओरियंटल यूनिवर्सिटी इंदौर के पर्यवेक्षक द्वारा दी गई सूचना अनुसार एक अभ्यर्थी को रफ पेपर पर प्रश्न-पत्र हल कर पीछे के अभ्यर्थी को देने का प्रयास करते पकड़ा गया। इसका UFM प्रकरण बनाया गया है। साथ ही 12 जनवरी को द्वितीय पॉली में उज्जैन शहर के अल्पाईन इंस्टीट्यूट में एक अभ्यर्थी का UFM प्रकरण बनाया गया। आज दिनांक तक कुल 03 UFM प्रकरण दर्ज हुए।
नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा में Exam Reflection Tool का उपयोग किया जा रहा है। Tool द्वारा परीक्षार्थी की परीक्षा के दौरान कम्प्यूटर स्क्रीन में की गई प्रत्येक मॉउस क्लीक की समस्त गतिविधियों की स्क्रीन इमेज संधारित की जा रही है, जिससे अभ्यर्थियों की परीक्षा के दौरान अंकित किये गये प्रश्न उत्तरों सहित मॉउस क्लीक की जानकारी बोर्ड के पास उपलब्ध रहेगी। आवश्यक होने पर इस जानकारी का उपयोग किया जा सकेगा।
परीक्षा में रजिस्ट्रेशन डेस्क, लेब में प्रवेश तथा परीक्षा के बाद लेब से बाहर जाने के लिये आधार सत्यापन किया जा रहा है। आधार मिसमैच या आधार सस्पेंड होने पर परीक्षार्थी को परीक्षा में शामिल नहीं किया जा रहा है। आधार अनलॉक करके ही परीक्षार्थियों को परीक्षा में उपस्थित होने के निर्देश प्रवेश-पत्र में पहले से ही दिये जा चुके है।
परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग, फ्रिशकिंग किये जाने के बाद ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जा रहा है। परीक्षा केन्द्रों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रत्येक पॉली के पूर्व परिसर में लेब में सैनेटाईजेशन किया जा रहा है एवं मॉस्क, सैनेटाईजर की व्यवस्था भी की गई है।
परीक्षार्थियों को रजिस्ट्रेशन डेस्क पर हाथ में प्रति पॉली अलग-अलग निर्धारित रंग का बैण्ड पहनाया जा रहा है, जिससे परीक्षार्थियों को पहचानने एवं अनाधिकृत व्यक्ति को लैब में प्रवेश से रोका जा सके। पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में परीक्षा केन्द्रों पर लगभग 1600 अधिकारी एवं कर्मचारी संलग्न किये गये हैं।