जिला बदर होने के बाद अब बदमाश की लोकेशन पर भी रहेगी नजर
भोपाल । अब तड़ीपार अपराधियों के मोबाइल नंबर कमिश्नरेट में ट्रैक पर रहेंगे, ताकि उनकी सही लोकेशन के बारे में पता चल सके। इतना ही नहीं, सप्ताह में एक बार पुलिस संबंधित अपराधी से फोन पर भी बात करेगी, ताकि उसकी गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे। जिला बदर होने के बाद बदमाश अब लोकेशन के मामले में पुलिस की आंख में धूल नहीं झोंक सकेंगे। राजधानी पुलिस अब तडीपारों पर पूरी तरह से नकेल कसने जा रही है। बीते शनिवार को पुलिस ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए रात भर कांबिंग गश्त की। इस दौरान 258 अपराधी तत्वों को हिरासत में लिया गया। इनमें से घर में सोते दो बदमाश ऐसे भी मिले, जिन्हें जिला बदर किया गया था। दरअसल जिला बदर अपराधियों की निगरानी करने की अभी तक कोई व्यवस्था नहीं थी, लेकिन अब पुलिस ने अपराध और अपराधियों पर अंकुश के लिए आधुनिक तकनीक का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने की रणनीति बनाई है।डीसीपी सेंट्रल जोन रियाज इकबाल ने बताया कि जिला बदर अपराधी को शहर के आसपास के जिलों से भी बाहर रहने का आदेश दिया जाता है। पुलिस अब जिला बदर अपराधी से उसके ठहरने के स्थान के बारे में पूछा जाएगा। उस स्थान की तस्दीक की जाएगी। उसका मोबाइल नंबर ट्रैक पर लगा रहेगा। समय-समय पर उसकी लोकेशन पता की जाएगी। इसके अलावा संबंधित थाने की पुलिस सप्ताह में एक बार उससे फोन पर संपर्क कर उसकी लोकेशन की तस्दीक भी करेगी।कमिश्नरेट में प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई का अधिकार मिलने के बाद बाद पुलिस ने अपराधियों पर धीरे-धीरे शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। किसी भी अपराध में थाने पहुंचने वाले व्यक्ति के खिलाफ 107/116 के तहत कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने 15 हजार अपराधियों के बारे में जानकारी जुटा ली है। इनमें से पांच से अधिक अपराध वाले बदमाशों को जिला बदर करने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत लगभग एक हजार लोगों को तड़ीपार करने की कवायद शुरू कर दी गई।