नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले 'गो कोरोना गो' और 'नो कोरोना' जैसे नारों के लिए भी मशहूर हैं। अब वह कांग्रेस नेता शशि थरूर पर एक कविता लेकर आए हैं, जिसे सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। अठावले ने शुक्रवार को नागपुर में सम्मेलन में कहा जिनकी अंग्रेजी ट्विटर पर मैंने देखी, उनका नाम है शशि; उनका बयान देख कर, मुझे आती है हंसी। आठवले इससे पहले थरूर को अंग्रेजी का ज्ञान भी दे चुके हैं। दरअसल, कुछ दिनों पहले थरूर ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की एक फोटो ट्वीट की, जिसमें उनके पीछे रामदास आठवले भी बैठे हुए नजर आ रहे हैं। थरूर ने लिखा, "बजट डिबेट करीब दो घंटे तक चलती रही।
मंत्री रामदास आठवले के चेहरे पर हैरानी वाले हावभाव सब कुछ बयां कर रहे हैं। यहां तक कि ट्रेजरी बेंच भी अर्थव्यवस्था और बजट को लेकर वित्तमंत्री के दावों पर विश्वास नहीं कर पा रहा है। आठवले ने इसके जवाब में चुटकी लेते हुए लिखा, "डियर शशि थरूर जी, ऐसा कहा जाता है कि बेवजह के दावे करते और बयान देते समय गलती होना लाजमी है। यहां 'बाइजट ' नहीं बजट होगा और रिले की जगह 'रिप्लाई' होगा!
लेकिन हम समझ सकते हैं थरूर ने आठवले की प्रतिक्रिया का जवाब भी दिया। उन्होंने अपनी गलतियों को स्वीकार किया और इसके लिए लापरवाही से टाइपिंग को जिम्मेदार ठहराया। थरूर ने लिखा कि 'लापरवाही से टाइपिंग करना खराब अंग्रेजी से बड़ा पाप है! लेकिन चूंकि आप सिखा रहे हैं तो जेएनयू में कोई है जो आपके ट्यूशन का लाभ उठा सकता है।' दरअसल, थरूर का इशारा जेएनयू की नई कुलपति शांतिश्री धूलिपुडी पंडित की ओर था, जिन्हें प्रेस रिलीज में व्याकरण संबंधी गलतियों के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था।