वाराणसी । पांच राज्यों के चुनावी नतीजे जारी हो रहे हैं। इस बीच मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने मीडिया को कई अहम जानकारियां दी हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि विधानसभा चुनावों के लिए 31,000 नए पोलिंग बूथ बनाए गए थे। उन्होंने कहा, 'हमने 1900 पोलिंग बूथ बनाए, जिन्हें महिलाएं संचालित कर रही थीं और इसी वजह से महिलाओं की बड़ी सहभागिता नजर आई।' सुशील चंद्रा ने कहा कि 5 में से 4 राज्यों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से ज्यादा थी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 'नो योर कैंडिडेट' ऐप का इस्तेमाल सफल रहा। सुप्रीम कोर्ट ने तय किया था कि आपराधिक बैकग्राउंड वाले लोगों के बारे में मतदाताओं को जानना चाहिए। इसलिए हमने यह ऐप बनाया था। कुल 6900 उम्मीदवारों में से 1600 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज थे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ओमिक्रॉन की वजह से चुनावी रैलियों पर प्रतिबंध था।
चुनाव आयोग ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को गंभीरता से लिया है। पांच राज्यों में करीब 2,270 एफआईआर दर्ज किये गये हैं। चुनाव आयोग के लिए सभी पार्टियां एक समान हैं। पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने के मुद्दे पर चुनाव आयोग ने कहा कि 'वन नेशन वन इलेक्शन' एक अच्छी सलाह है लेकिन इसके लिए जरूरत है संविधान में बदलाव की। चुनाव आयोग पूरी तरह से तैयार है। सुशील चंद्रा ने कहा कि चुनाव आयोग 5 साल में एक बार चुनाव के लिए तैयार है। वाराणसी में ईवीएम पर उठे सवाल पर मुख्य आयुक्त ने कहा कि वाराणसी में ईवीएम ट्रेनिंग के लिए रखा गया था। एडीएम ने गलती यह थी कि उन्होंने इसके बारे में राजनीतिक पार्टियों को सूचित नहीं किया था। उन्होंने जानकारी नहीं दी थी कि ईवीएम का मूवमेंट ट्रेनिंग के मकसद से किया गया था। मतदान की कोई भी मशीन स्ट्रॉन्ग रूम से बाहर नहीं आ सकती