अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हमले के 10 दिन बाद सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर किम्बर्ली चीटल ने 23 जुलाई, मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
उन पर अपनी जिम्मेदारी ठीक से न निभाने का आरोप लग रहा था। इसी सिलसिले में चीटल सोमवार को संसद की कमेटी के सामने पेश हुई थीं।
चीटल ने कमेटी से कहा था, 'ट्रम्प की सुरक्षा में चूक हुई है। एजेंसी ने अपना काम ठीक से नहीं किया। मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेती हूं।' हालांकि उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था।
13 जुलाई को ट्रम्प पर पेंसिलवेनिया की एक रैली में जानलेवा हमला हुआ था। उनके कान में चोट आई थी।
चीटल ने संसद की कमेटी को जानकारी देने से इनकार कर दिया था
संसद की कमेटी को चीटल ने जानकारी देने से इनकार कर दिया था। ट्रम्प के हमलावर ने जिस वेयर हाउस की छत से गोली चलाई थी, उसे सीक्रेट सर्विस ने सिक्योरिटी जोन में शामिल नहीं किया था।
ये वेयर हाउस ट्रम्प के मंच से सिर्फ 400 फीट की दूरी पर था। चीटल से जब पूछा गया कि सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स वहां पर तैनात क्यों नहीं थे, इस पर उन्होंने कुछ नहीं बताया।
पेप्सिको में भी अहम जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं चीटल
किम्बर्ली चीटल 17 सितंबर 2022 से सीक्रेट सर्विस को लीड कर रही थीं। वे इस एजेंसी के इतिहास की दूसरी महिला डायरेक्टर थीं। सीक्रेट सर्विस के चीफ का पद संभालने से पहले वह पेप्सिको कंपनी में ग्लोबल सिक्योरिटी में सीनियर डायरेक्टर के पद पर थीं। इस दौरान वह रिस्क मैनेजमेंट से जुड़ा काम देखती थीं।
पेप्सिको में जॉइन करने से पहले वह 27 साल तक सीक्रेट सर्विस में अपनी सेवाएं दे चुकी थीं। फॉर्चून की रिपोर्ट के मुताबिक चीटल लंबे समय से सीक्रेट सर्विस में विविधता लाने का प्रयास कर रही थीं। उन्होंने 2030 तक सीक्रेट सर्विस में 30% महिला एजेंट्स भरने का टारगेट रखा था। इसके लिए उनकी आलोचना भी हो रही थी।
ट्रम्प बोले- देश के लिए गोली खाना बड़ा सम्मान
इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि बाइडेन और हैरिस प्रशासन ने ठीक तरीके से उनकी सुरक्षा नहीं की इसलिए उन्हें लोकतंत्र के लिए गोली खाने पर मजबूर होना पड़ा। इसके साथ ही ट्रम्प ने कहा कि देश के लिए गोली खाना एक बड़ा सम्मान है।