चीन में अब रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने की तैयारी हो रही है। वहां पर बच्चे कम पैदा हो रहे हैं और बुजुर्गों की आबादी बढ़ती ही जा रही है। इस वजह से देश में काम करने के लिए लोग कम होते जा रहे हैं। हालात को देखते हुए चीन सरकार ने रिटायरमेंट एज बढ़ाने का फैसला किया है।
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की टॉप लीडरशिप वाली मीटिंग में इस नए प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। इस प्रस्ताव के लागू होने के बाद चीन में रिटायरमेंट की उम्र 10 साल बढ़ सकती है। हालांकि ये धीरे-धीरे कई चरणों में लागू किया जाएगा।
चीन दुनिया के उन देशों में से आता है जहां पर रिटायरमेंट की उम्र काफी कम है। चीन में पुरुष 60 साल और महिलाएं 55 साल में रिटायर हो जाती हैं। जो महिलाएं मेहनत वाले काम से जुड़ी हैं उन्हें 50 साल में ही रिटायरमेंट मिल जाती है।
चीन में पेंशन लेने वाली आबादी 30 करोड़ के पार पहुंची
चीन में जीवन प्रत्याशा (अधिक समय तक जीना) अब अमेरिका से भी अधिक हो चुकी है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में जीवन प्रत्याशा 78 साल हो चुकी है। साल 1949 में कम्युनिस्ट क्रांति के समय ये सिर्फ 36 साल थी। अमेरिका में जीवन प्रत्याशा 76 साल है।
चीन पेंशन विकास रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटायरमेंट की उम्र कम से कम 65 साल की जानी चाहिए। पुरुषों और महिलाओं के लिए यह एक समान होनी चाहिए।
चीन में पेंशन लेने वाली आबादी 30 करोड़ के पार चली गई है। इस वजह से सरकार को ज्यादा पेंशन देना पड़ रहा है। सरकार की सोच है कि ये पैसा लोगों को वेतन के रूप में दिया जाए, ताकि इसके बदले काम भी लिया जा सके। हालांकि चीनी सरकार के रिटायरमेंट एज बढ़ाने के प्लान पर कई लोगों ने संदेह भी जताया है। एक यूजर ने चीनी सोशल मीडिया पर लिखा है कि जो लोग जल्दी रिटायर होना चाहते हैं वे अपनी कठिन नौकरियों से थक चुके होते हैं।
वहीं, जो आराम की नौकरी कर रहे हैं कि उन्हें जल्दी रिटायर होने की जरूरत ही नहीं है। देश में आराम वाली नौकरी कम है और देर से रिटायर होने का मतलब ये है कि उन्हें पेंशन मिलने में देरी होगी, अधिकतर लोग ठीक से अपना बुढापा काट नहीं पाएंगे।
दुनिया के कई देशों में रिटायरमेंट एज बढ़ी
दुनिया भर में कई देश हैं जो कम जनसंख्या वृद्धि और कामकाजी लोगों की संख्या में कमी के चलते रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। कई देश ऐसे हैं जिन्होंने इसे लेकर बदलाव भी किया है।
डेनमार्क, ग्रीस, इटली, आइसलैंड, इजराइल जैसे देशों में सबसे अधिक 77 साल में रिटायरमेंट का प्रावधान है। अमेरिका में ये उम्र 66 साल है। हालांकि 1960 के बाद पैदा होने वाले लोगों के ये रिटायरमेंट की उम्र 67 साल कर दी गई है।
श्रीलंका ने रिटायरमेंट उम्र बढ़ाया, थाइलैंड में भी हो रहा विचार
श्रीलंका में रिटायरमेंट एज 55 साल थी जिसे 2022 में बढ़ाकर 60 साल कर दिया गया। फिलहाल थाइलैंड में रिटायरमेंट एज सबसे कम 55 साल है। थाइलैंड में बुुजुर्गों की आबादी 20% से अधिक हो गई है। ऐसे में यहां पर रिटायरमेंट एज बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
फ्रांस में 2023 में रिटायरमेंट एज 62 से बढ़ाकर 64 कर दिया गया था जिसके बाद काफी प्रदर्शन हुए थे। हालांकि मैक्रों सरकार अपने कदम से पीछे नहीं हटी। फिलहाल ब्रिटेन में रिटायरमेंट एज 66 साल है। ब्रिटेन में 2026 और 2028 के बीच रिटायमेंट की उम्र को बढ़ाकर 67 और फिर 2044 और 2046 के बीच इसे 68 तक ले जाया जाएगा।
भारत में रिटायरमेंट की अलग-अलग एज
भारत में रिटायमेंट एज एक समान नहीं है। केंद्र सरकार की कई नौकरियों में रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है वहीं राज्य सरकारो में यह 58 से 60 साल तक है। कई राज्यों में रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने की मांग भी सरकार से होती रही है।
भारत में सुप्रीम कोर्ट के जज की रिटायरमेंट उम्र 65 साल है जबकि यूनिवर्सिटी में शिक्षकों के लिए ये उम्र 62 साल है। भारत में पहले रिटायरमेंट की उम्र 60 साल थी लेकिन 60 के दशक में इसे घटाकर 58 साल कर किया गया था। मई 1998 में केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के रिटायर होने की उम्र 58 से बढ़ाकर 60 कर दिया था।