लखीमपुर खीरी । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में हुए तिकुनिया हिंसा कांड के मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की जमानत को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है। किसान नेता राकेश टिकैत ने आज पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और मामले में मजबूत पैरवी न होने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने आशीष मिश्रा की जमानत के खिलाफ धरने पर बैठने का ऐलान किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के संवाददाता सम्मेलन में राकेश टिकैत ने लखीमपुर हिंसा मामले को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा ‘देश की जनता को तय करना है उसे जनता के बीच का पीएम-सीएम चाहिए या यहां पर कोरिया जैसे हालात और सेकेंड किम जोंग चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने धरने का ऐलान करते हुए कहा पीड़ित परिजन संतुष्ट नहीं है। किसानों के साथ अन्याय हुआ है। जब तक इस मामले में न्याय नहीं मिलेगा, तब तक मैं लखीमपुर नहीं छोडूंगा। न्याय न मिलने तक जेल के बाहर धरने पर बैठूंगा।
राकेश टिकैत ने कहा आशीष मिश्रा की रिहाई दुखद है। किसानों के कातिलों को छोड़ दिया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अजय टेनी के खिलाफ न कार्रवाई होगी, न इस्तीफा लिया जाएगा। देश भर में आंदोलन के बावजूद किसानों के कातिलों को छोड़ा जा रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या से अधिक हत्या की साजिश करने वाला खतरनाक होता है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री को सैल्यूट मारने वालों से सही जांच की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता ने इसके साथ ही लखीमपुर हिंसा मामले की फिजिकल सुनवाई की मांग करते हुए कहा, हम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन आशीष मिश्रा को छोड़ा जाना ग़लत है। ऑनलाइन बहस के दौरान इंटरनेट कनेक्शन में दिक्कत के चलते हम अपना पक्ष सही से नहीं रख पाए। इस मामले की फिजिकल सुनवाई होनी चाहिए।