खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को मेडिकल और डीएनए टेस्ट के लिए दो दिन तक अलग-अलग जगहों पर भटकाया गया। यह घटना करही थाना क्षेत्र की है, जहां पीड़िता को पाडलिया और करही के सरकारी अस्पतालों में उचित जांच नहीं मिल पाई। अधिकारियों ने इस लापरवाही की जांच के आदेश दे दिए हैं और संबंधित डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
मामला करही क्षेत्र का है जहां मंगलवार को एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की शिकायत दर्ज हुई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बुधवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता और आरोपी, दोनों का मेडिकल और डीएनए टेस्ट कराया जाना था। नियमानुसार, पीड़िता का मेडिकल टेस्ट पाडलिया के सरकारी अस्पताल में होना था।
जांच के लिए भटकती रही पीड़िता
पीड़िता को जब पाडलिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया तो वहां मौजूद मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर जोया खान ने पर्याप्त संसाधनों की कमी का हवाला देते हुए उसे कहीं और ले जाने के लिए कहा। मजबूरन पुलिस पीड़िता को लेकर करही के सरकारी अस्पताल पहुंची, लेकिन वहां के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर विकास सेठ ने महिला डॉक्टर के उपलब्ध न होने की बात कहकर जांच करने से मना कर दिया। इसके बाद पीड़िता को 30 किलोमीटर दूर मंडलेश्वर ले जाया गया, लेकिन वहां भी डॉक्टर ने अपने क्षेत्राधिकार से बाहर का मामला बताकर जांच से इनकार कर दिया।
यहां मिला पीड़िता को न्याय
महेश्वर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ अतुल गौर को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने मंडलेश्वर की महिला चिकित्सक को पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करने का निर्देश दिया। आखिरकार, वहां पीड़िता का मेडिकल परीक्षण हो पाया।
फिर करना पड़ा उसी तरह की दिक्कतों का सामना
हालांकि पीड़िता की परेशानी यहीं खत्म नहीं हुई। अगले दिन उसे डीएनए टेस्ट के लिए फिर से पाडल्या ले जाया गया। वहां फिर से डॉक्टर जोया खान ने लैब और अन्य संसाधनों की कमी का बहाना बनाकर टेस्ट करने से इनकार कर दिया। थक हारकर पुलिस पीड़िता को वापस करही लाई, जहां आखिरकार उसका डीएनए सैंपल लिया गया।
कारण बताओ नोटिस हुआ जारी
डॉक्टर अतुल गौर ने इस मामले में पाडलिया और करही के मेडिकल अफसरों की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि पाडलिया में ही पहले दिन मेडिकल और डीएनए टेस्ट के लिए सैंपलिंग हो जाती तो दुष्कर्म पीड़िता को दो दिन तक भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इस मामले में करही के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर विकास सेठ और पाडलिया पीएचसी की मेडिकल ऑफिसर डॉ जोया खान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।