जयपुर । राजस्थान के सबसे बड़े रणथम्भौर टाइगर रिजर्व की बाघिन टी-99 ने तीन शावकों को जन्म दिया है। पिछले दिनों एक ऊंट को मार गिराने वाली बाघिन टी-99 कैमरा ट्रैप में तीन शावकों के साथ नजर आई है। तीन शावक नजर आने के बाद में वन विभाग इस खबर को लेकर काफी उत्साहित है और बाघ प्रेमियों में भी काफी रोमांच का माहौल है। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर टीसी वर्मा के मुताबिक यह बाघिन रणथम्भौर के जोन नंबर 10 वाले इलाके में रहती है।
बाघिन पिछले कुछ दिनों से काफी उत्तेजित नजर आ रही थी। कुछ दिन पहले ही इस बाघिन ने एक ऊंट का शिकार भी किया था। बाघों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है, उसके तहत जोन 10 के इलाके की जांच की गई तो टी-99 बाघिन के साथ तीन शावक भी नजर आए।
डीसीएफ महेंद्र शर्मा के मुताबिक रणथम्भौर में वर्तमान में 23 बाघ और 30 बाघिन मौजूद हैं। शावकों की संख्या पिछले 3 साल में काफी तेजी से बढ़ी है। इस मामले को लेकर मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर के सख्त निर्देश हैं कि बाघों, बाघिनों और शावकों की निगरानी में कोई कोताही नही बरती जाए। विभाग का फोकस इस बात पर है कि शावकों को पूरी सुरक्षा दी जाए। रणथम्भौर में बाघों की बढ़ती क्षमता के वजह से आपसी टकराव में शावकों को कोई नुकसान नहीं हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
वन मंत्री हेमाराम चौधरी भी जल्द ही रणथम्भौर का विजिट करने वाले हैं। फिलहाल जोन नंबर 10 में बाघिन टी-99 वाले इलाके में निगरानी को काफी तेज कर दिया गया है। इस इलाके में गश्त को बढ़ाया गया है। निगरानी के लिए यहां कैमरा ट्रैप की संख्या में भी इजाफा किया गया है। रणथम्भौर में अब शावकों की संख्या 21 हो गई है। बाघों के बढ़ रहे कुनबे के कारण वन विभाग में खुशी की लहर है। उल्लेखनीय है कि रणथम्भौर टाइगर रिजर्व, देशी और विदेशी पर्यटकों को काफी पसंद है। वन्य जीव प्रेमी भी नये शावकों को जन्म की सूचना से काफी खुश हैं। रणथम्भौर में बाघों की लगातार बढ़ती संख्या के कारण अब उनमें टेरीटरी को संघर्ष बढ़ने लगा है।